Sunday, June 1, 2025
- Advertisement -

Chhath Puja 2023: छठ महापर्व आज, देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा त्योहार, यहां जानें संध्या और उगते सूर्य अर्घ्य देने का समय..

नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। छठ का महापर्व शुरू हो चुका है। वहीं, इस पर्व का दूसरा दिन है। बताया जाता है कि, यह पर्व कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की चतु​र्थी तिथि नहाय खाय से आरंभ होता है। पंचमी को खरना,षष्ठी को डूबते सूर्य को अर्घ्य और सप्तमी को उगते सूर्य को जल अर्पित कर व्रत संपन्न किया जाता है। चार दिन चलने वाला इस पर्व में सूर्य और छठी मैय्या की पूजा की जाती है। इस दिन रखा जाने वाला व्रत बेहद कठिन माना जाता है,क्योंकि इस व्रत को 36 घंटों तक कठिन नियमों का पालन करते हुए रखा जाता है। वहीं, इस व्रत में सूर्य भगवान की पूजा का अधिक महत्व माना गया है। जिसमें सूर्य भगवान को अर्घ्य देना होता है।

26 7

यहां जाने संध्या अर्घ्य देने का समय

27 7

छठमहा पर्व पूजा पर सबसे महत्वपूर्ण दिन तीसरा होता है। इस दिन संध्या अर्घ्य का होता है। इस दिन व्रती घाट पर आकर डूबते सूर्य को अर्घ्य देते हैं। जिसमें आज पूजा का संध्या अर्घ्य दिया जाएगा। 19 नवंबर को सूर्यास्त शाम 05:26 बजे होगा। इस दिन टोकरी में फलों, ठेकुआ, चावल के लड्डू आदि अर्घ्य के सूप को सजाया जाता है। इसके बाद नदी या तालाब में कमर तक पानी में रहकर अर्घ्य दिया जाता है।

इस समय दें उगते सूर्य को अर्घ्य

28 7

चौथा दिन यानी सप्तमी तिथि छठ महापर्व का अंतिम दिन होता है। इस दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रत का पारण का होता है। इस साल 20 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। इस दिन सूर्योदय सुबह 06:47 बजे होगा। इसके बाद ही 36 घंटे का व्रत समाप्त होता है। अर्घ्य देने के बाद व्रती प्रसाद का सेवन करके व्रत का पारण करती हैं।

spot_imgspot_img

Subscribe

Related articles

Jyeshtha Ganga Snan 2025: तैयारियों से ज्यादा भरोसा ‘जुगाड़’ पर! गंगा स्नान से पहले ही गंदगी में डूबा शुकतीर्थ

जनवाणी संवाददातामोरना: तीर्थनगरी शुकतीर्थ में आस्था का महाकुंभ कहे...

Saharanpur News: देवी अहिल्याबाई होल्कर न्यायप्रिय शासक थी : प्रह्लाद पटेल

जनवाणी संवाददाता सहारनपुर: मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रह्लाद...
spot_imgspot_img