- सराफा बाजार में अभी छाया हुआ सन्नाटा, इक्का दुक्का ही आ रहे ग्राहक
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कोरोना के कारण भले ही सोने और चांदी के दाम बढ़े हों, लेकिन बजट के बाद सोने और चांदी के दाम लगातार गिर रहे हैं। बुधवार को सोने का भाव 50 हजार रुपये से नीचे आ गए हैं।
इसी तरह चांदी भी लुढक गई है। इसके बाद भी सराफा बाजार में सन्नाटा छाया हुआ है और वही लोग सोना खरीदने आ रहे हैं जिनकों या तो कहीं निवेश करना है या फिर शादी के लिये जेवर बनवाने हैं।
बजट पेश होने के बाद से सोने और चांदी के दामों में तेजी से उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है। सराफा व्यापारियों ने जैसी आशा जतायी थी बुधवार को सुबह सोने के भाव 50 हजार रुपये नीचे पहुंच गए। चांदी में भी गिरावट हुई यह 67600 पर पहुंच गयी।
बजट जिस दिन पेश हुआ था उस दिन शाम को चांदी के भाव में 6800 रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी दर्ज की गई और यह 75000 रुपये प्रति किलोग्राम पहुंच गया। मंगलवार को भाव फिर से गिर गया और 68150 प्रति किलोग्राम रहा। बुधवार को जब सराफा बाजार खुला तो इसमें 550 रुपये की और गिरावट आई।
दामों में उतार-चढ़ाव से शहर सराफा बाजार में व्यापारियों और ग्राहकों में असमंजस की स्थिति है। बाजार में ग्राहक काफी कम रहे। अप्रैल 2020 में सोने का भाव 45 हजार के आसपास था। कोरोना काल में सोने के दामों में जबरदस्त इजाफा हुआ था। यह 57 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गए थे।
बाजार के जानकारों के अनुसार पिछले नौ माह के अंतराल में अपने से निचले स्तर पर है। बजट के बाद सोना में एक हजार रुपये की गिरावट आई थी यह 50500 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया था। मंगलवार को इसमें 150 रुपये और गिरावट हुई।
बजट में सोने और चांदी पर आयात शुल्क घटाने के बाद यह उतार चढ़ाव देखा जा रहा है। इससे बाजार में फर्क नहीं दिख रहा है। सराफा एसोसिएशन के महामंत्री सर्वेश सर्राफ ने बताया कि सोने और चांदी के दाम अभी कुछ दिन ऐसे ही उतार-चढ़ाव वाले रहेंगे और जब तक बाजार में रौनक नहीं आएगी तब तक कारोबार में फर्क नहीं पड़ पाएगा।