जनवाणी संवाददाता |
मुजफ्फरनगर: केन्द्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान ने कहा कि वर्ष 2017 में भारतीय जनता पार्टी के 325 विधायक बनाकर जनता ने योगी आदित्यनाथ के हाथों में प्रदेश की बागडौर सौंपी तो जनता के हितों को लेकर जो कुछ भी कहा उसको कर दिखाने का काम भाजपा ने किया।
उत्तर प्रदेश में पूर्व की सरकारों ने विकास के नाम पर जनता से धोखा किया और यूपी को पीड़ित प्रदेश बनाने का काम किया, लेकिन 2017 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य को नम्बर वन बनाया और कानून व्यवस्था में सुधार सबसे बड़ी उपलब्धि रही। भाजपा ने यूपी में जीने लायक माहौल देने का काम किया।
उत्तर प्रदेश सरकार के 4 साल 6 महीने के कार्यकाल की उपलब्धियों को गिनाते हुए रविवार को जिला पंचायत सभाकक्ष में मीडिया से रूबरू केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि 2017 से पहले यूपी में गुण्डाराज बड़ा मुद्दा था, यहां से पलायन हो रहा था। अपराधी थाने चला रहे थे।
यूपी में कानून व्यवस्था को संभालना बड़ी चुनौती हो गई थी, मुजफ्फरनगर की स्थिति ज्यादा खराब थी, यहां अंधेरे में कोई सफर करने को तैयार नहीं था। खासकर गांवों के रास्तों पर दिन छिपते ही सन्नाटा पसर जाता था। आज माहौल बदला है। हांलाकि उन्होने कहा कि मैं यह नहीं कहता कि यूपी में रामराज स्थापित हो गया, लेकिन हम रामराज की तरफ एक कदम जरूर बढ़ पाये हैं।
उद्योगों ने सुरक्षित वातावरण नहीं रह जाने पर यहां से पलायन शुरू कर दिया। 2017 में यह बड़ा मुद्दा बना। सत्ता में आने के बाद भाजपा ने कानून का राज स्थापित कराकर दिखाया और सीएम योगी ने यहां पर जीने लायक माहौल देने का काम किया। यूपी में सड़कों के सुधार को लेकर बड़ा काम हुआ। आज कई बड़े प्रोजेक्ट पर यहां पर काम चल रहा है।
पानीपत खटीमा और मेरठ करनाल नेशनल हाईवे बन रहे हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य और समाज कल्याण क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं को लेकर भी इस सरकार ने बड़ा काम किया है। स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने के लिए राज्य में हर जिले में सरकारी या प्राइवेट मेडिकल कॉलेज देने की योजना को लेकर राज्य सरकार ने 51 जिलों में मेडिकल कॉलेज खुलवाये और 17 जिलों में तैयारी चल रही है। वेस्ट यूपी मेरठ, अलीगढ़ और सहारनपुर में तीन नई यूनिवर्सिटी सरकार ने दी।
ऐसा कोई वर्ग नहीं, जिसके कल्याण के लिए केन्द्र या राज्य सरकार ने काम नहीं किया। जनता को हमारा काम दिखाई दे रहा है। लोग जो सुविधाओं को तरसते थे, उनको लाभ पहुंच रहा है।
इस दौरान विधायक उमेश मलिक, विधायक प्रमोद उटवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष डा. वीरपाल निर्वाल, भाजपा जिला प्रभारी सतेन्द्र सिसौदिया, जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला, सहकारी बैंक के सभापति सत्यपाल सिंह पाल, चेयरमैन प्रमेश सैनी, जिला महामंत्री सुषमा पुण्डीर, राजीव गर्ग, प्रवीण शर्मा के साथ जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह, सीडीओ आलोक यादव,एडीएम प्रशासन अमित सिंह, नगर मजिस्ट्रेट अभिषेक कुमार भी मौजूद रहे।
सपा सरकार में अधर में लटके पुल का हुआ निर्माण
केन्द्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान ने कहा कि पूर्व की सपा सरकार ने जनहित को हासिश पर रखकर राज किया। केन्द्रीय योजनाओं को जनता तक पहुुंचाने के लिए सपा सरकार में कोई काम नहीं किया गया। जनपद में एक धार्मिक स्थल के कारण पुल का निर्माण अधर में लटका रहा और इस अधूरे विकास के कारण 55 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी।
सपा सरकार में अनेक पत्र केन्द्रीय योजनाओं को शुरू कराने और सड़क प्रोजेक्ट के लिए लिखे लेकिन सरकार की उपेक्षा ही मिली। राज्य में 2017 में माहौल बदला और भाजपा सत्ता में आई तो हमने सबसे पहले अधूरे पुल को पूर्ण कराया।
इसके साथ ही मुजफ्फरनगर-बडौत, मेरठ-करनाल हाईवे और पानीपत खटीमा राष्ट्रीय राजमार्ग के प्रोजेक्ट पर काम तेजी से शुरू हुआ। अपने कार्यकाल में स्वीकृत कराया, लेकिन सपा सरकार इनको शुरू कराने को तैयार नहीं थी। जानसठ में बाईपास लोगों की मांग पर शहर के बीच से स्वीकृत कराया।
कृषि कानून किसानों के हित में
केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ संजीव बालियान ने कहा है कि किसान यूनियन समेत तमाम संगठनों को जल्दी समझ में आ जाएगा कि कृषि कानूनों में किसानों के खिलाफ कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि एमएसपी को कानूनी दर्जा देने समेत तमाम जिन मुद्दों पर विवाद है,उस पर बात करने के लिए सरकार हमेशा तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं लेकिन तमाम लोगों में आपस के संबंध कभी खराब नहीं होने चाहिए। कानून व्यवस्था को सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि बताते हुए उन्होंने कहा कि तमाम मोर्चे पर सरकार ने जनहित के कार्य किए हैं जिन्हें पहले कोई सरकार नहीं कर पाई थी।
उन्होने कहा कि कानून व्यवस्था स्थापित करना सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है। इस सरकार के आने से पहले प्रदेश में दंगा और अपराध सबसे बड़ी समस्या थी मुजफ्फरनगर में तो सबसे ज्यादा इस समस्या को झेला है। इससे पहले अपराधी ही थाने चलाते थे और कानून व्यवस्था नाम मात्र की भी नहीं थी।
उन्होंने कहा कि जहां तक कृषि कानूनों की बात है सरकार इस पर बात करने के लिए हमेशा तैयार है। यह पूछे जाने पर कि सरकार की बात किसानों की समझ में क्यों नहीं आ रही है उन्होंने कहा कि आज नहीं तो कल उनके बाद समझ में आ जाएगी।