- डीएम और एसएसपी ने किया एप्रोच रोड का निरीक्षण, कार्रवाई करने के दिए निर्देश
जनवाणी संवाददाता |
सरधना: अभी नानू गंगनहर पुल का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि दौराला पुल सवालों के घेरे में आ गया है। नवनिर्मित दौराला पुल की दोनों ओर बनी एप्रोच रोड बैठ गई है। एक ओर तो रोड धंसने के कारण गड्ढे हो गए हैं। जिससे पुल निर्माण सवालों के घेरे में आ गया है।
हैरत की बात यह है कि अभी पुल पूरी तरह उपयोग में भी नहीं लगाया गया है और यह हालत हो गई है। आगे चलकर पुल की क्या हालत होगी। सोमवार को पटरी से गुजरे डीएम व एसएसपी ने एप्रोच का निरीक्षण किया। साथ ही संबंधित विभाग को कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
गंगनहर में जलस्तर बढ़ने के कारण नानू पुल के निकट मिट्टी का कटान होने लगा था। जिसके चलते पुल की रेलिंग पर भी खतरा बन गया था। अभी यह मामला शांत भी नहीं हुआ था कि दौराला पुल के निर्माण पर सवाल खड़े हो गए हैं। कुछ महीने पहले ही दौराला पुल का निर्माण किया गया है। अभी यह पुल पूरी तरह उपयोग में भी नहीं आया है।
मगर पुल की एप्रोच रोड धंसनी शुरू हो गई है। पुल के दोनों ओर बनी एप्रोच रोड धंस गई है। एक ओर ताक एप्रोच रोड में कई घंटे हो गए हैं। एक गड्ढा तो इतना गहरा हो गया है कि उसमें कई फुट तक बल्ली घुस गई। सोमवार को डीएम दीपक मीणा व एसएसपी रोहित सजवाण ने गंगनहर पटरी का निरीक्षण किया।
दौराला पुल पर रुकने पर उन्हें मामले का पता चला। जिस पर अधिकारी ने एप्रोच रोड का निरीक्षण किया। हालत देखकर उन्हें भी लगा कि लापरवाही तो हुई है। जिस पर डीएम ने मामले में संबंधित विभाग को कार्रवाई करने के निर्देश दिए। डीएम ने कहा कि जल्द एप्रोच रोड को दुरुस्त करा दिया जाएगा।
डीएम ने की सख्ती तो एनएचएआई ने लिया पुल का संज्ञान
नानू गंगनहर पुल के बराबर में मिट्टी का कटान होने और रेलिंग में दरार पड़ने की खबर सुर्खियों में आते ही अधिकारी भी सतर्क हो गए हैं। डीएम की सख्ती के बाद सोमवार को एनएचएआई ने मामले का संज्ञान लिया। विभाग की ओर से मिट्टी कटान वाले स्थल पर रोड़ी का भराव कराके उसे समतल कराने का काम किया यगा। साथ ही रेलिंग में पड़ी दरारों की मरम्मत कराई गई। एनएचएआई के अधिकारियों ने भी मौके पर पहुंच कर जायजा लिया।
बता दें कि पिछले कई दिन से हो रही बारिश के चलते गंगनहर का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। जिसके चलते नानू पुल के निकट किए गए भराव में मिट्टी का कटान होने लगा था। इसके साथ पुल के रलिंग में भी दरार पड़ने के कारण एक ओर झुक गई थी। ऐसे में हादसा होने की आशंका बनी हुई थी। यह मामला अखबारों की सुर्खियां बना तो अधिकारियों ने संज्ञान लिया। डीएम दीपक मीणा ने खुद मौके पर पहुंच कर इसका जायजा लिया।
जिसके बाद एनएचएआई के अधिकारियों को कार्रवाई के लिए कहा गया। डीएम की सख्ती के बाद विभाग के अधिकारियों ने काम शुरू किया। सोमवार को कटान वाले स्थान पर रोड़ी का भराव कराने के साथ ही उसे समतल कराया गया। ताकि पानी के बहाव से कटान को रोका जा सके। इसके साथ ही रेलिंग की मरम्मत करने का काम किया गया। ताकि पुल और रेलिंग के साथ एप्रोच रोड को नुकसान होने से बचाया जा सके।