- पीएवी गर्ल्स जूनियर हाई स्कूल की शिक्षिका पर लगा है फर्जी हस्ताक्षर से नियुक्ति का आरोप
- प्रकरण को लेकर बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारी दौराला को बनाया जांच अधिकारी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: बेसिक शिक्षा विभाग के पीएवी गर्ल्स जूनियर हाई स्कूल मोरीपाड़ा में 2016 में एक शिक्षिका की नियुक्ति हुई थी। नियुक्ति को लेकर स्कूल प्रबंध समिति के प्रबंधक ने फर्जीवाड़ा करते हुए नौकरी पाने का आरोप लगाया था। शिकायतकर्ता का आरोप है कि उप प्रबंधक ने प्र्रबंधक के फर्जी हस्ताक्षर कर शिक्षिका को नौकरी पर रखने की संस्तुति की थी। जिसके बाद तत्कालीन बीएसए ने नियुक्ति की थी। अब बीएसए ने पूरे प्रकरण को लेकर दो सदस्यों की जांच समिति बनाई है। शिकायतकर्ता राधेश्याम गौड़ ने बीती नौ अगस्त को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से पीएवी गर्ल्स जूनियर हाई स्कूल मोरीपाड़ा में नियुक्त शिक्षिका प्रियंका शर्मा को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नियुक्ति देने का आरोप लगाया था।
शिकायतकर्ता का आरोप है उस समय स्कूल प्रबंधक समिति के प्रबंधक राधेश्याम गौड़ के फर्जी हस्ताक्षर उप प्रबंधक हरिकांत रस्तौगी द्वारा किये गए थे। जिसके बाद प्रबंधक ने उप प्रबंधक से आपत्ति दर्ज कराई थी। कुछ समय बाद प्रबंध समिति को बर्खास्त कर दिया गया था। सोमवार को शिकायतकर्ता की शिकायत का संज्ञान लेते हुए बीएसए आशा चौधरी ने दो सदस्यों की जांच कमेटी बनाई है। कमेटी का जांच अधिकारी खण्ड शिक्षा अधिकारी दौराला शिव कुमार को जबकि सदस्य खण्ड शिक्षा अधिकारी माछरा कुसुम सैनी को बनाया गया है।
बीएसए द्वारा जांच अधिकारी बनाया गया है, लेकिन अभी हमे इसकी कॉपी नहीं मिली है। आदेश की कॉपी मिलने के बाद जांच करके उसकी रिपोर्ट बीएसए को सौंप दी जाएगी। -शिवकुमार, खंड शिक्षा अधिकारी दौराला।
प्रकरण को लेकर हमने दो सदस्यों की जांच कमेटी बनाई है। एक सप्ताह बाद जांच की जो रिपोर्ट सामने आएगी उसके आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी। -आशा चौधरी, बीएसए, मेरठ।