जनवाणी संवाददाता |
मुज़फ्फरनगर: योग समाज में सकारात्मक परिवर्तन की महत्वपूर्ण क्रिया है। योग से बालक एवं बालिकाओं का चरित्र निर्माण होता है। उनके अंदर दया, करुणा, प्रेम, ईमानदारी, सच्चाई ,देश प्रेम तथा परोपकार की भावना का उदय होता है।
क्या कहते है आपके सितारे साप्ताहिक राशिफल 08 मई से 14 मई 2022 तक || JANWANI
उक्त विचार भारतीय योग संस्थान के प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य योगाचार्य सुरेंद्र पाल सिंह आर्य ने उच्च प्राथमिक विद्यालय रामलीला टिल्ला मुजफ्फरनगर के योग साधना केंद्र पर व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि वे माता-पिता धन्यवाद के पात्र हैं जो अपने बालक और बालिकाओं को नियमित योग कक्षा में योग साधना करने के लिए भेजते हैं।
आजकल लोग मात्र कुछ आसन और प्राणायाम कर लेना योग मानते हैं जबकि यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि तक पहुंचना ही योग है। आज सभी साधक और साधिकाओ ने अपने अनुभव योग कक्षा में बताएं । प्रवीण कुमार ने बताया कि मैं पिछले 20 -25 दिन से योग कक्षा में आ रहा हूं। मुझे बहुत अच्छा लग रहा है पहले मेरा शरीर अकड़ा अकड़ा सा रहता था हाथ पैर की मांसपेशियां भी जाम सी हो गई थी|
परंतु जब से मैं योग केंद्र पर आ रहा हूं मेरे शरीर में लचीलापन आया है शरीर में स्फूर्ति आई है और शाम तक शरीर चुस्त और दुरुस्त रहता है। साधक अनुज कुमार ने बताया कि मुझे अभी कुछ ही समय हुआ है योग करते हुए लेकिन जो आनंद की अनुभूति मुझे योग करने में हो रही है उसका मैं अपनी वाणी से वर्णन करने में असमर्थ हूं। इसी प्रकार अनेक लोगों ने योग से होने वाले लाभ के बारे में विस्तार से बताया।
केंद्रप्रमुख लक्ष्मण सिंह ने बताया योग एक जीवन जीने की कला है। नियमित योग साधना करने से हमारा शरीर स्वस्थ तो रहता ही है साथ ही साथ आत्मबोध भी होता है । तनाव अवसाद आदि दूर होकर शरीर के अंदर एक नई ऊर्जा का संचार होता है। इस अवसर पर कुमारी आकांक्षा कुमारी अवनी अमन कुमार आकाश कुमार हर्षवर्धन किरण पाल उर्मिला अनीता वर्मा आदि ने अपने विचार व्यक्त किए।