जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: चीन में फैल रहे कोरोना ने पूरी दुनिया की चिंता बढ़ा दी हैं, हालांकि चीनी सरकार कोरोना संक्रमण से जुड़े सही आंकड़ों को छिपाने की कोशिश कर रही है लेकिन कुछ मीडिया रिपोर्ट में आई भयावह तस्वीरों ने चीन में मौजूदा स्थिति को बयां कर दिया है। वहीं चीनी सरकार ने शंघाई में अस्पतालों को आने वाले कठिन दिनों के लिए तैयार रहने के लिए कह दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक
शंघाई में आने वाले कुछ हफ्तों में एक करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमित हो जाएंगे। चीन की राजधानी बीजिंग कोरोनावायरस से काफी प्रभावित रही है वहीं अब शंघाई के कोविड से बुरी तरह से प्रभावित होने की खबर सामने आई है।
कोरोना प्रतिबंधों को लेकर लोग अपनी ही सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आए थे, जिस वह से सरकार ने इसी महीने जीरो कोरोना पालिसी में ढील दी थी, लेकिन इसके बाद अब चीन में कोरोना विस्फोट की स्थिति पैदा हो गई है।
अस्पतालों में कम पड़ने लगे है बिस्तर
चीन के बीजिंग, गुआंगझोऊ, शेनझेंग और शंघाई जैसे शहरों में हालात काफी खराब हैं। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, चीन में महामारी के बढ़ते दबाव को देखते हुए लोगों को बताया जा रहा है कि यह मौसमी फ्लू जैसा है, और नया ओमिक्रॉन स्वरूप बहुत खतरनाक नहीं है।
महामारी वैज्ञानिक झोंग नानशान ने यहां तक कहा कि ओमिक्रॉन वायरस साधारण सर्दी-जुकाम से ज्यादा कुछ भी नहीं है इसलिेए घबराएं नहीं। जबकि शून्य-कोविड नीति में ढील देने के बाद अस्पतालों में बिस्तर कम पड़ने लगे हैं और मुर्दाघरों में हालात विकट हैं।
अपने आधिकारिक वीचैट अकाउंट में बताया
सरकारी आंकड़ों में चीन में बीते तीन दिनों में कोरोना वायरस से किसी की मौत नहीं हुई है। सरकारी आंकड़ों में 2019 से अभी तक मरने वालों की संख्या महज 5,241 है। शंघाई के डेजी अस्पताल ने बुधवार को अपने आधिकारिक वीचैट अकाउंट में बताया कि शहर में इस समय 54 लाख से ज्यादा कोरोना संक्रमित हैं, महीने के अंत तक यह संख्या बढ़कर 1.25 करोड़ तक जा सकती है।