- शहर की सड़कों में जगह-जगह बने गड्ढे राहगीरों के लिये बने जी का जंजाल
- जनपद के तमाम आला अधिकारी हर रोज सड़कों पर पसरी गंदगी
- जलभराव एवं आवारा गोवंश की समस्याओं से होते हैं रूबरू
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शहर में सड़कों पर आवारा गोवंश बेशुमार खुले में घूम रहा है। जहां एक तरफ आवारा गोवंश वाहन चालकों के लिये बड़ी मुसीबत का सबब बन रहा है। वहीं, दूसरी तरफ सड़कों में जगह-जगह गहरे गड्ढे और उनमें जलभराव से समस्या और भी गंभीर बन जाती है। स्थानीय लोगों के द्वारा निगम में बार-बार शिकायत करने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो पाता और
छोटी-सी समस्या कुछ समय गंभीर रूप धारण कर लेती है। प्रदेश सरकार के द्वारा सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने और सड़कों पर आवारा गोवंश न घूमता मिले जिसको लेकर तमाम आदेश दिये, लेकिन नगर निगम क्षेत्र में सरकार के इन आदेशों का कोई असर दिखाई नहीं दिया।
क्रांतिधरा पर नगर निकाय चुनाव के दौरान तमाम बड़ी पार्टी के नेताओं का चुनाव प्रचार के दौरान आगमन हो सकता है। वहीं, दूसरी तरफ 10 मई को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी प्रस्तावित कार्यक्रम बताया जा रहा है। उसके बावजूद शहर की सड़कों की दुर्दशा की तस्वीर किसी से छिपी नहीं है। सड़कों पर जहां एक तरफ विकास दिखाई देना चाहिए था। जिसमें सड़क के दोनों तरफ अतिक्रमण मुक्त होना चाहिए और
सड़कें साफ-सुथरी होनी चाहिए, लेकिन महानगर में उससे उलट हो रहा है। सड़कों के दोनों तरफ अतिक्रमण जगह-जगह टूटी सड़कें और उनमें बने गड्ढे और गड्ढों में जलभराव एक गंभीर समस्या बनी हुई है। वहीं, दूसरी तरफ सड़कों पर आवारा घूमता गोवंश वाहन चालकों के लिये एक बड़ी मुसीबत का सबब बन गया है।
कोई दिन ऐसा जाता होगा जिस दिन कोई सड़क हादसा न होता हो, लेकिन नगर निगम इन समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है। चुनाव के दौरान तमाम आला अधिकारी महानगर की सड़कों से होकर गुजरते हैं और वह भी इन समस्याओं से रूबरू होते हैं,
लेकिन नगरायुक्त के सामने वह भी इन समस्याओं को उठाने से शायद कतराते हैं। वहीं, कुछ स्थानीय लोगों का कहना है कि नगरायुक्त की सत्ता में मजबूत पकड़ होने के चलते निगम में तमाम बडेÞ भ्रष्टाचार के व्याप्त मुद्दों के बाद भी निगम के लापरवाह कर्मचारियों पर गाज गिरती दिखाई नहीं दी। सड़कों की दुर्दशा का मामला तो उनके सामने बहुत छोटा है। भाजपा के क्षेत्रीय कार्यालय के सामने जलभराव की समस्या हो या
फिर सड़कों पर आवारा गोवंशों का खुले में घूमना या फिर बच्चा पार्क के निकट हर रोज टंकी की पाइप लाइन के लीकेज के चलते खोदी गई सड़कों के गड्ढों को न भरा जाना निगम की तरफ विकास के क्षेत्र में क्या दर्शाता है, आप समझ ही सकते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि निगम चुनाव के दौरान समस्याओं से निजात नहीं मिल रही तो चुनाव संपन्न होने के बाद उन्हे कैसे इन समस्याओं से निजात मिलेगी, ये कह पाना मुश्किल है।