जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शहर से बाहर डेयरियों को शिफ्ट करने का मामला फिलहाल लटक गया है। नगर निगम डेयरियों को शिफ्ट करने के मुद्दे पर बैकफुट पर दिखाई दे रहा है। दरअसल, नगर निगम के खिलाफ कुछ लोगों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है, जहां से डेयरी संचालकों को राहत मिलने की उम्मीद है।
नगर निगम ने पिछले दिनों मकबरा डिग्गी में डेयरी हटाने को लेकर शक्ति की थी। तब व्यापक स्तर पर पुलिस लेकर मात्र पांच पशुओं को ही मकबरा डिग्गी से निकाला जा सका था। कहा गया था कि एक सप्ताह बाद मकबरा डिग्गी से स्वयं ही पशु डेयरी खत्म कर दी जाएगी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। मकबरा डिग्गी में पूर्व की भांति फिलहाल भी पशुओं की डेयरी चल रही है। पशुपालकों का कहना है कि हाईकोर्ट से उन्हें राहत मिल जाएगी। उधर, नगर निगम के अधिकारियों ने भी इसके बाद डेयरी संचालकों पर कोई सख्ती नहीं की।
इससे साफ हो गया है कि नगर निगम के अधिकारी भी डेयरियों को लेकर बैकफुट पर आ गए हैं। क्योंकि डेयरी को लेकर बवाल होने की भी संभावनाएं जताई जा रही है। बता दे, समाजसेवी लोकेश खुराना ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसमें डेयरियों को शहर से बाहर शिफ्ट करने की मांग की गई थी। इसके साथ यह भी कहा गया था कि कैटल कॉलोनी डेयरी संचालकों के लिए विकसित की जाए। कैटल कॉलोनी तो विकसित की नहीं, डेयरी संचालकों को शहर से बाहर शिफ्ट किया जा रहा है। उसी को लेकर नगर निगम व डेयरी संचालकों के बीच टकराव बना हुआ है। कैटल कॉलोनी की दिशा में कोई प्रयास प्रशासन नहीं कर रहा है, जिसके चलते टकराव फिर से बन सकता है।