जनवाणी संवाददाता |
कंकरखेड़ा: सरकार के एक आदेश के बाद चिकित्सकों की आफत आ गई है। चिकित्सक सड़क पर वाहन चालको को रोक रोककर कोरोना टेस्टिंग कर रहे है। मंगलवार को इसी विशेष अभियान के दौरान चिकित्सक की कई आॅटो चालक से नोकझोंक भी हुई। 19 अक्टूबर से दो नवंबर तक इस विशेष अभियान के तहत मंगलवार को टीकाराम सरकारी अस्पताल की टीम ने सरधना रोड पर थाने के सामने अभियान चलाया। जिसमें टेस्टिंग के दौरान हंगामा भी हुआ। हालांकि चिकित्सक में समझा-बुझाकर हालात को काबू किया और टेस्टिंग पूरे की।
कोरोना वायरस टेस्ट कराने के लिए मंगलवार को टीकाराम सरकारी अस्पताल की टीम सीनियर लैब टेक्नीशियन धीरेंद्र राय के नेतृत्व में सरधना रोड पर पहुंचे। यहां पर एक होमगार्ड की सहायता लेकर चिकित्सक धीरेंद्र राय अपनी टीम के साथ यहां से गुजर रहे आॅटो, रिक्शा और बस को रोकते रहे और चालकों का कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल लेते रहे।
सीनियर लैब टेक्नीशियन धीरेंद्र राय ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने 19 अक्टूबर से दो नवंबर तक कोरोना टेस्टिंग का विशेष अभियान चलाया है। जिसमें चिकित्सकों की टीम सड़क पर उतर कर रोडवेज बस, आॅटो और रिक्शा चालकों को रोककर उनकी टेस्टिंग करेगी। इसी अभियान के तहत मंगलवार को सरधना रोड पर टेस्टिंग की जा रही है। इस दौरान कई आॅटो चालकों से चिकित्सकों की नोकझोंक भी हुई।
कुछ चालक कह रहे थे कि उनके दोनों वैक्सीन लग चुकी टेस्ट भी करवा लिया है। तब धीरेंद्र राय ने उन्हें प्यार से समझाया कि सरकार का यह विशेष अभियान है और इसमें वैक्सीनेशन के बारे में नहीं पूछा जा रहा टेस्टिंग होना है। उससे प्रदेश की जनता के स्वास्थ्य की जांच हो जाएगी। इस दौरान उनकी टीम में दीपक, अभिषेक और शिव कुमार भी मौजूद रहे।