- बनने के कुछ ही दिन बाद टूट रही हैं पुलिया और चेनर
- चेनर में लगाई जा रही बहुत हल्की एंगल
जनवाणी संवाददाता |
सरधना: नगर पालिका द्वारा कराए जा रहे विकास कार्यों में जमकर खेल हो रहा है। हालत यह है कि निर्माण होने के कुछ दिन बाद ही उसके उधड़ने की खबर सामने आ जाती है। चेनर व पुलिया बनते ही टूट रही हैं। चेनर इतने हल्के इंगल के लगाए जा रहे हैं कि वाहनों के गुजरते ही वह मुड़ रहे हैं।
साथ ही घटिया सामग्री लगाने के कारण रोड़ी व रेत बिखर रहा है। ऐसे में साफ नजर आ रहा है कि सरकारी पैसा किस तरह बर्बाद किया जा रहा है। पालिका में हो रहे खेल की कोई सुध लेने वाला नजर नहीं आ रहा है। इस तरह के घटिया निर्माण कार्यों के होने के सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है।
वर्तमान में नगर पालिका द्वारा विभिन्न वार्डों में निर्माण कार्यों के टेंडर छोड़े गए हैं। इनमें सड़क नाली निर्माण से लेकर चेनर व पुलिया के टेंडर शामिल हैं। ठेकेदार अपनी मनमानी से काम कर रहे हैं। निर्माण कार्यों में जमकर खेल हो रहा है। आलम यह है कि निर्माण में जमकर घटिया सामग्री लगाई जा रही है। जिसका नतीजा यह है कि निर्माण के कुछ दिन बाद उसके उधड़ने की सूचना मिलने लगती है।
जेई द्वारा की जा रही है जांच में भी खानापूर्ति की जा रही है। यदि ठीक से जांच हो तो इतनी जल्दी निर्माण उधड़ने का मतलब ही नहीं बनता है। जिससे जेई की जांच पर भी सवाल उठ रहे हैं। नंबर-1 करीब एक पखवाड़े पूर्व कुम्हारान मोहल्ले में होली चौक के सामने पालिका ठेकेदार द्वारा चेनर लगाया गया था। चेनर इतना हल्का है कि कोई भी भारी वाहन चढ़ते ही वह मुड़ना तय है।
निर्माण में इतनी घटिया सामग्री लगाई गई है कि वह टूटने लगा है। बीच में लोगों की शिकायत पर उसमें पेंचवर्क भी किया गया, लेकिन फिर से रोड़ी व रेत बिखरने लगा है। क्योंकि निर्माण में सीमेंट नाम मात्र ही लगा हुआ है। इतने छोटे काम में दो बार मरम्मत के बाद भी वह सिमट नहीं रहा है। हैरत की बात यह है कि पालिका दफ्तरों में इस तरह के काम पास भी हो रहे हैं। नंबर-2 यही हाल संत जोजफ गर्ल्स कॉलेज के सामने बनी पुलिया का है। कुछ महीने पहले बनी पुलिया की हालत देखकर किसी को भी शर्म आ जाए।
पुलिया इस तरह क्षतिग्रस्त हालत में पहुंच गई है कि मानों दशकों पहले इसका निर्माण हुआ होगा। बनने के कुछ दिन बाद ही उसका एक स्लेब टूट गया था। लोगों के विरोध के बाद दूसरा स्लेब डाला गया था। इसमें भी कमाल की बात यही है कि पुलिया जांच में पास हो गई और भुगतान के लिए फाइल आगे बढ़ गई।
इस तरह से टेंडर छोड़ने से लेकर निर्माण और उसकी गुणवत्ता को पास करने के बाद भुगतान तक पूरी प्रक्रिया में कितना बड़ा खेल हो रहा है, इसका अंदाजा कोई भी लगा सकता है। यह हालत दो पुलिया है। बाकी निर्माण पर नजर डालें तो उनकी हालत भी ठीक नहीं है।
जो कर रहा निर्माण पास, उससे कराएंगे जांच
मामले की सूचना ईओ शशि प्रभा चौधरी तक पहुंची तो उनका जवाब था कि मामले की जांच के लिए जेई को कहा गया है। अब सवाल यह उठता है कि जो जेई इस तरह के घटिया निर्माण को पास कर रहा है, वह जेई उसकी जांच करके क्या रिपोर्ट देगा। जेई से जांच के नाम पर क्या उम्मीद की जा सकती है। कुल मिलाकर हर मामले में खानापूर्ति की जा रही है।
इतनी जल्दी चेनर या पुलिया टूटने का मामला गंभीर है। जेई को जांच के लिए कहा गया है। जांच कर कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
-शशि प्रभा चौधरी, ईओ नगर पालिका सरधना