- साढ़े तीन घंटे लगी रही पूर्व डीएसपी के घर में आग
- अग्निशमन दल के पहुंचने में रही देरी, लापरवाही के कारण लोगों में आक्रोश
जनवाणी संवाददाता |
कंकरखेड़ा: रोहटा रोड स्थित विकास एन्क्लेव में रिटायर्ड डीएसपी का घर और घर के ऊपरी दो मंजिल पर बनाए गई फैक्ट्री साढ़े तीन घंटे में जलकर पूरी तरह राख हो गई। सूचना देने के डेढ़ घंटे बाद अग्निशमन विभाग की एक गाड़ी पहुंची और उसके काफी देर बाद चार गाड़ी आग बुझाने के लिए पहुंची, लेकिन आग पर करीब 3:30 घंटे में काबू पाया जा सका। तब तक घर और फैक्टरी का सारा सामान जलकर राख हो गया। इस घटना में लगभग 35 लाख का नुकसान बताया जा रहा है।
रोहटा रोड स्तिथ विकास एंक्लेव में सीआरपीएफ के रिटायर डीएसपी राकेश तोमर का परिवार रहता है। यहां पर इनका बेटा विशाल तोमर, विशाल की पत्नी सीमा, बेटी अविनशिका और तीन साल का बेटा देवान थे। राकेश तोमर का यह मकान तीन मंजिला है। ग्राउंड फ्लोर पर वह परिवार के साथ रहते हैं और प्रथम तल व द्वितीय तल पर टिशू पेपर और पोइल पेपर बनाने की फैक्ट्री लगा रखी है।
सोमवार शाम करीब पांच बजे मकान की ऊपरी मंजिल पर आग लग गई। आग बड़े ही भयानक रूप में लगी थी। लोगों ने इसकी सूचना अग्निशमन दल को दी। घटना के बाद परिवार के सभी सदस्य घर से बाहर निकल गए और आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका। लोगों का आरोप है कि आग लगने के करीब डेढ़ घंटे बाद अग्निशमन विभाग की एक छोटी गाड़ी आग बुझाने के लिए पहुंची।
लेकिन उससे आग नहीं बुझी तब चार अन्य गाड़ी मौके पर पहुंची।सभी लोगों के प्रयास से करीब 3:30 घंटे में आग पर काबू पाया जा सका। लेकिन इतनी देर में घर में रखा लगभग सारा सामान जल कर राख हो गया था। बताया जा रहा है कि करीब 35 लाख का सामान जल गया।
कहीं केमिकल से तो नहीं लगी आग
आग की लपटें जिस हिसाब से घर से निकल रही थी। उसे देखकर लोग अंदाजा लगा रहे थे कि कहीं ऊपरी मंजिल पर केमिकल तो नहीं रखा था। दरअसल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है, लेकिन आग ने बहुत ही भयानक रूप धारण किया था। लोगों ने काफी बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका।
अग्निशमन दल की पांच गाड़ियों ने काफी देर बाद आग पर नियंत्रण पाया था, लेकिन तब तक सभी सामान जल गया था। भाजपा नेता दुष्यंत रोहटा और नवाब सिंह लखवाया का कहना है कि आग बहुत भयंकर थी। रिटायर डीएसपी और उसके पुत्र विशाल का काफी नुकसान हो गया है। इनको कुछ आर्थिक मदद मिल सके। इसके लिए प्रयास किया जाएगा।