- व्यापारियों ने कहा-ट्रकों में माल भरकर जाता है, तब करें चेकिंग
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: जीएसटी अब व्यापारियों के गोदाम पर भी छापेमारी करेगा। गोदाम में रखे माल को चेक किया जाएगा। जीएसटी की इस नीति के खिलाफ ट्रांसपोर्टर व व्यापारी एकजुट हो गए हैं। इसका विरोध करने के लिए सड़कों पर उतरेंगे।
जीएसटी की छापेमारी का व्यापक स्तर पर विरोध किया जाएगा।
बीस वर्षों से जो काम नहीं हुआ, वो जीएसटी अब करने जा रहा है, जिसके विरोध में व्यापारी एकजुट हो गए हैं। जीएसटी की टीम सड़कों पर ही चेकिंग करती रही है। सड़क पर वाहनों को पकड़कर चेकिंग करती थी। इसका व्यापारी कतई विरोध नहीं कर रहे हैं, बल्कि व्यापारियों ने इस बात का विरोध कर दिया है कि गोदाम में माल की चेकिंग कैसे करने दी जाएगी? पहले से तमाम उद्योग बंद पड़े हैं।
इसके बावजूद जीएसटी के अधिकारियों ने व्यापारियों के नाक में नकेल डाल रखी है। ट्रांसपोर्टर भी सरकार की नीतियों से त्रस्त है। जब उद्योग धंधे नहीं चल रहे हैं तो फिर जीएसटी कैसे दी जाए। अब जीएसटी के अधिकारी यह चेक कर रहे हैं कि सड़क पर माल नहीं आ रहा है तो कहीं जीएसटी की चोरी तो नहीं की जा रही है। गोदाम में माल की चेकिंग कर वास्तविकता जानने के लिए जीएसटी के अधिकारी लग गए हैं। वहीं जीएसटी की इस प्रक्रिया का ट्रांसपोर्टरों और व्यापारियों ने विरोध आरंभ कर दिया है।
ट्रांसपोर्टरों की बैठक में पुरजोर विरोध
ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन अध्यक्ष गौरव शर्मा ने बताया कि जीएसटी के इस कृत्य के खिलाफ तमाम ट्रांसपोर्टर एकजुट हो गए हैं। शनिवार को इस मुद्दे को लेकर तमाम ट्रांसपोर्टरों की एक बैठक हुई, जिसमें निर्णय लिया गया है कि जीएसटी की टीम गोदामों पर छापा मारने और गोदाम में रखे माल को चेक किया गया तो सड़कों पर निकलकर विरोध किया जाएगा। जीएसटी का गोदाम की चेकिंग से क्या मतलब हैं?
मीटिंग में ट्रांसपोर्टरों ने निर्णय लिया है कि गौरव शर्मा और महामंत्री दीपक गांधी जीएसटी अधिकारियों से मिलेंगे और उनका विरोध किया जाएगा। नौ नवंबर को एक प्रतिनिधि मंडल अधिकारियों से मिलेगा। मीटिंग में दीपक गांधी, दीपक रल्हन, पंकज अनेजा, शिवम विनायक,विजय विनायक, सुरेंद्र शर्मा, रोहित कपूर, अंकुर प्रजापति, अतुल शर्मा, अनीश चौधरी, सुभाष, पिंकू आदि मौजूद रहे।
कबाड़ियों पर जीएसटी की कैसी मेहरबानी ?
जीएसटी के अधिकारी व्यापारियों को तो अपना निशाना बना रहे हैं, लेकिन सोतीगंज के कबाड़ियों पर मेहरबान बने हुए हैं। व्यापारियों व ट्रांसपोर्टरों पर जीसीटी ने गोदामों पर पहुंचकर चेकिंग आरंभ कर दी, लेकिन सोतीगंज के कबाड़ी व्यापक स्तर पर नये टायरों की बिक्री कर रहे हैं, एक रुपया भी जीएसटी का नहीं दे रहे हैं। इन कबाड़ियों के गोदाम व शोरूम पर छापे क्यों नहीं मारे जा रहे हैं, इसमें जीएसटी की मिलीभगत स्पष्ट हो रही है। जीएसटी अधिकारी कबाड़ियों के गोदाम पर छापा मारें तो जीएसटी की व्यापक मात्रा में चोरी पकड़ में आएगी।