- शहर में भी स्वास्थ्य विभाग जीनोम सिक्वेसिंग जांच कराने की कर रहा तैयारी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना को लेकर नई एडवाइजरी जारी की है। मंत्रालय से जारी पत्र में प्रदेश के सभी जिलों में कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर सावधानी बरतने की बात कही गई है। इसको लेकर मेरठ में भी स्वास्थ्य विभाग जीनोम सिक्वेसिंग जांच कराने की तैयारी कर रहा है। पांच देशों अमेरिका, चीन, दक्षिण कोरिया, जापान व ब्राजील में कोरोना के मामलों में अचानक बढ़ोत्तरी देखी जा रही है।
बुधवार को स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आपात बैठक कर देश के सभी राज्यों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। इसको लेकर मेरठ में भी स्वास्थ्य विभाग को जिनोम सिक्वेसिंग जांच कराने की तैयारी कर रहा है। मिली जानकारी के अनुसार पिछले कुछ दिनों में दूसरे देशों में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे है। जिसको लेकर भारत में भी सभी जरूरी कदम उठाने की एडवाइजरी जारी की गई है।
क्या है जिनोम सिक्वेसिंग?
दो साल पहले कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में दस्तक देते हुए कोहराम मचाया था। कोरोना वायरस के दो वेरिएंट डेल्टा और ओमिक्रोन ने पहली व दूसरी लहर में लाखों लोगो की जिंदगी छीन ली थी। अब फिर एक बार कोरोना की तीसरी लहर दस्तक दे रही है। इसको लेकर भारत सरकार ने भी जिनोम सिक्वेसिंग जांच कराने के लिए एडवाइजरी जारी की है।
कोई भी वायरस या बैक्टिरिया हर 15 दिनों में अपना स्वारूप बदलता है। डेल्टा व ओमिक्रान इसके उदाहरण है, वायरस अपना स्वारूप बदलने के बाद किस स्थिति में है इसका पता लगाने के लिए ही जिनोम सिक्वेसिंग जांच की जाती है। वायरस के म्यूटीशन (बदलाव) की जानकारी करने के लिए जिनोम सिक्वेसिंग बेहद जरूरी है।
लखनऊ से जारी हुई एडवाइजरी
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अखिलेश मोहन ने बताया कोविड को लेकर डिप्टी सीएम ब्रिजेश पाठक ने प्रदेश के सभी सीएमओ को निर्देश जारी किए है। साथ ही जिले में कोरोना को लकर सावधानियां बरतने की बात कही गई है। इनमें हवाई अड्डों पर विशेष रूप से निगरानी व जांच करने को कहा गया है।
विदेश से यात्रा कर वापस लौटनें वाले यात्रियों की जांच करने पर जोर दिया गया है। इसके साथ ही कोरोना के मरीजों के लिए विशेष रूप से इलाज की व्यवस्था करने की बात कही गई है। मास्क व पीपीई किटों की पूरी व्यवस्था करने पर जोर दिया गया है।