- बारिश में संक्रमण बीमारी फैलने का खतरा, ये हालत तो आर्मी क्षेत्र के हैं, कैंट की सफाई व्यवस्था के दावे तमाम
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कैंट क्षेत्र में कूड़ा निस्तारण के दावे तो किए जा रहे हैं, लेकिन कई- कई दिनों तक कैंट क्षेत्र के कई ऐसे इलाके हैं, जहां से कूड़ा नहीं उठता है। इससे संक्रमण बीमारी बारिश में फैलने का खतरा पैदा हो गया है। यह हालत तो आर्मी क्षेत्र की है, जहां पर कैंट की सफाई व्यवस्था के तमाम दावे किए जाते हैं, लेकिन यह तमाम दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं। बीसी लाइन में कूड़ा कई-कई दिन तक पड़ा रहता है।
इसको लेकर कैंट बोर्ड के अधिकारी कतई गंभीर नहीं है। यही वजह है कि गंदगी का अंबार यहां पर लगा हुआ है। बीसी लाइन स्थित जो कूड़ा घर बंगले के आसपास बना दिया गया है, वह पूरा वीआईपी क्षेत्र हैं। आर्मी के आॅफिसर यहां पर रहते हैं, लेकिन कैंट बोर्ड के अधिकारियों को कई-कई दिनों तक पड़ा रहने वाला कूड़ा दिखाई नहीं देता। अब कैंट बोर्ड के सीईओ ज्योति कुमार ने दावा किया है कि कैंट क्षेत्र का तमाम कूड़ा निस्तारण किया जाएगा,
लेकिन बड़ा सवाल यह है कि पिछले दो वर्ष से कूड़ा निस्तारण की बात कैंट बोर्ड के अधिकारी कर रहे हैं, लेकिन निस्तारण कहीं नजर नहीं आ रहा है। कैंट क्षेत्र के जो इलाके हैं, उनमें भी ठीक से सफाई नहीं हो पा रही है। कई-कई दिनों तक कूड़ा नहीं उठता। गंदगी के अंबार लगे हुए हैं। बारिश में बीमारी फैलने का खतरा पैदा हो गया है, लेकिन इसकी कैंट बोर्ड के अधिकारियों को कोई चिंता नहीं है। आखिर इसके लिए जिम्मेदार कौन है? कैंट क्षेत्र की सफाई का पहले प्राइवेट कंपनी को कैंट बोर्ड अधिकारियों ने टेंडर किया हुआ था।
अब दो माह से कैंट बोर्ड खुद सफाई व्यवस्था करने का जिम्मा संभाल रखा है, लेकिन हालत यह है कि कहीं सफाई होती है तो कहीं नहीं पूरा कई कई दिन तक नहीं उठता है। इसकी शिकायतें भी कैंट बोर्ड के सीईओ ज्योति कुमार को की, लेकिन उन्होंने भी इस तरफ से आंखें मूंद ली है। यही वजह है कि कूड़ा नहीं उठने से लोग इतने परेशान हैं। इस बात से कैंट बोर्ड के अधिकारियों की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ता।
शहीद योगेन्द्र हॉट पर खानाबदोशों का कब्जा
शहीद योगेन्द्र हॉट बनाया था कैंट क्षेत्र में। ये काठ का पुल का ये मामला हैं। ये करीब सात वर्ष पहले बना था, लेकिन वर्तमान में शहीद योगेन्द्र हॉट की जगह लोगों ने अवैध कब्जे कर रखे हैं। कब्जा करने वाले लोग खानाबदोश हैं। इन्हें कैसे अवैध तरीके से कैंट क्षेत्र में रहने की अनुमति कैंट बोर्ड अधिकारियों ने दे दी हैं। ये बड़ा सवाल हैं। कैंट क्षेत्र संवेदनशीलता के हिसाब से बेहद महत्वपूर्ण हैं।
कैंट क्षेत्र की कोई भी सूचना खानाबदोशों ने लीक कर दी तो क्या होगा? ये दिन भर कैंट क्षेत्र में घूमते हैं तथा रात्रि में शहीद योगेन्द्र हॉट में टेंट लगाकर रहते हैं। लंबे समय से यहां से लोग रह रहे हैं, लेकिन इस पर कैंट बोर्ड के अधिकारी खास मेहरबान हैं। अवैध निर्माण के खिलाफ भी अभियान चलाया गया, लेकिन यहां तो अवैध तरीके से कैंट की सम्पत्ति पर कब्जा किया गया हैं। हॉट तो डवलप हुआ नहीं,
लेकिन ये जगह खानाबदोशों के लिए सुरक्षित कर ली गई हैं। अधिकार के साथ कैंट की सम्पत्ति पर कब्जा कर खानाबदोश रह रहे हैं। इनको कोई रोकने-टोकने वाला नहीं हैं। कैंट सीईओ को भी खानाबदोशों के शहीद योगेन्द्र हॉट में रहने वालों की शिकायत की गई, लेकिन इनको फिर भी नहीं हटाया गया। एक तरह से कैंट के अफसरों की मेहरबानी से ये खानाबदोश यहां पर रह रहे हैं।