- बिजनौर बैराज से गंगा का जलस्तर चल रहा 57 हजार क्यूसेक
- गंगा ने खादर क्षेत्र के आसपास के गांवों में कटान किया शुरू
जनवाणी संवाददाता |
हस्तिनापुर: पिछले कई दिनों से पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश से गंगा और उसकी सहायक नदी उफान पर आ गई है लगातार गंगा के जलस्तर में घटने बढ़ने का क्रम जारी है शनिवार को बिजनौर बैराज पर तैनात अवर अभियंता पीयूष कुमार ने बताया कि बिजनौर बैराज से गंगा का जलस्तर 57 हजार क्यूसेक पर चल रहा है। गंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण गंगा ने खादर क्षेत्र में गंगा किनारे बसे गांव के आसपास कटान शुरू कर दिया है।
कटान की सूचना ग्रामीणों ने प्रशासनिक अधिकारियों को दी है। जिसके बाद प्रशासनिक अधिकारी अलर्ट पर हैं। वहीं, बाढ़ चौकियों को भी अलर्ट रखने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही गंगा के कटान पर नजर रखने के निर्देश लेखपाल की टीम को दिए गए हैं। उधर, गंगा का जलस्तर बढ़ने से खादर क्षेत्र के लोग भयभीत हैं।
क्षेत्र के लोगों का कहना है कि गंगा इन दिनों भीषण कटान करती है। जिस कारण उनके खेतों में तैयार खड़ी धान और गन्ने की फसल बर्बाद होने की संभावना रहती है। गत वर्षों में भी इन्हीं दिनों गंगा उफान पर आई है। गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण फतेहपुर प्रेम स्थित गुरुद्वारा गंगा साहिब के पास कच्चे तटबंध पर चल रहे भीषण कटान और भीमकुंड गंगा पुल के हस्तिनापुर की ओर चल रहे कटान के निरीक्षण करने के लिए डीएम दीपक मीणा के आने की सूचना प्रशासनिक अधिकारियों को दी गई।
जिसके बाद लेखपाल की एक टीम भीमकुंड गंगा पुल पर पहुंची तो दूसरी टीम फतेहपुर प्रेम गांव पहुंच गई। जहां पर विकासखंड के अधिकारी भी मौजूद रहे। टीम सुबह से शाम तक गंगा के तटबंध पर मौजूद रही, परंतु किन्ही कारणों में जिला अधिकारी तटबंध पर नहीं पहुंच सके।
डीएम के आने की सूचना पर एकत्रित हुए ग्रामीण
गंगा पार खेती करने वाले मनोहरपुर, खेड़ीकलां, बधवी के किसानों को पिछले दो माह से टूटी एप्रोच रोड के कारण भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जान जोखिम में डालकर गंगा पार कर रहे हैं। शनिवार को उन्हें गंगा पुल पर डीएम दीपक मीणा के आने की सूचना मिली तो सैकड़ों ग्रामीण, महिलाएं और पुरुष गंगा घाट पर पहुंच गए, जो कई घंटे तक डीएम का इंतजार करते रहे, परंतु जिला अधिकारी मौके पर नहीं पहुंच सके, जिसके बाद ग्रामीण वापस लौट गए।