- एनएच-58 के दोनों ओर 30 अवैध होटल और ढाबों की पार्किंग सड़क पर
- कई बार हो चुके जानलेवा हादसे, उसके बाद भी कार्रवाई को तैयार नहीं एनएचएआई
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: एनएच-85 स्थित खड़ौली इलाका एनएचएआई की कारगुजारी के चलते डेंजर जोन में तब्दील हो गया है। वैसे परतापुर से लेकर मोदीपुरम तक की यदि बात करें तो हाइवे के इस टुकडेÞ पर करीब 30 अवैध होटल व ढाबे बनवा दिए गए हैं। जिसके चलते फर्राटा भरने वाली गाड़ियों का यहां से होकर गुजरना खतरे से खाली नहीं होता। बीते सोमवार को एनएचएआई की कारगुजारी के चलते हाइवे के रोहटा रोड एरिया में एक कार पलटने से बची और कई गाड़ियां भी एक-दूसरे से टकराने से बचीं। यदि गाड़ी पलट गई होती और उसके पीछे तेज रफ्तार आ रहीं गाड़ियां यदि अनियंत्रित होकर एक-दूसरे से टकराती तो न जाने कितने हताहत होते,
गाड़ियां और उनमें बैठने वाले तो बच गए, लेकिन सड़क के दूसरी ओर से डिवाइडर जंप कर आ रही गाय जरूर मरणावस्था में पहंच गयी। उसने दोनों पैर पूरी तरह से टूट गए। वह चलने लायक भी नहीं रही। लोगों ने बताया कि जो भी अवैध ढाबे व होटल बने हैं। वहां अनेक बार खाने की चीजें बाहर फेंक देते हैं। खाने के लालच में अक्सर आवारा गोवंश, स्ट्रीट डॉग सरीखे पशु हाइवे पर इधर से उधर जंप मरते रहते हैं। जिसके चलते अब तक न जाने कितनी दुर्घटनाएं हो चुकी हैं।
हाइवे के मानक तार-तार
किसी भी राष्ट्रीय राजमार्ग के जो मानक एनएचएआई अथॉरिटी ने तय किए हैं खड़ौली के मुस्लिम होटलों व ढाबों की वजह से वो तार-तार हो गए गए हैं। इस पूरे इलाके में हाइवे पुराने शहर की कोई सड़क सरीखा लगता है। जबकि हाइवे की जो चौड़ाई मानकों में दी गयी है, वो यहां कहीं नजर नहीं आती। इसके लिए कोई और नहीं बल्कि मेरठ में बैठने वाले एनएचएआई के अफसर और उनके नीचे काम करने वाला स्टाफ है। यूं कहने को यहां एनएचएआई की जीप अक्सर राउंड लगाते देखी जा सकती है, लेकिन आरोप है कि इसमें चलने वाले कर्मचारी हाइवे से बजाए कब्जे हटवाने के हफ्ता वसूली पर निकलते हैं।
मुस्लिम होटलों की वजह से बुरा हाल
हाइवे के खड़ौली इलाके में अवैध रूप से संचालित किए जा रहे मुस्लिम होटलों की वजह से बुरा हाल है। एनएचएआई के अफसर इन्हें अवैध तो मानते हैं और यह भी कि इनके सामने सड़क पर रुकने वाली गाड़ियों की वजह से वहां जाम के हालात रहते हैं। रात के वक्त तो यह पूरी तरह से डेंजर जोन बन जाता है। रात में यहां हैवी वाहनों की मंडी सजी लग जाती है। रात 10 बजे से तड़के तीन से चार बजे तक ऐसी ही बुरी दशा हाइवे के खड़ौली एरिया की होती है। केवल खड़ौली ही नहीं खड़ौली मुस्लिम होटलों से लेकर रोहटा रोड व कंकरखेड़ा फ्लाईओवर तक अवैध रूप से हाइवे के किनारे खोले गए होटलों व ढाबों की वजह से अक्सर मौत यहां मौत नाचती है।
होटल संचालक करते हैं मारपीट, अभद्रता
एनएचएआई के मेंटेनेंस हेड ब्रजेश सिंह का कहना है कि हाइवे पर कुछ स्थानों पर काफी समस्याएं हैं। इसको लेकर एनएचएआई कई बार जिला प्रशासन व पुलिस के आलाधिकारियों को पत्र लिख चुका है। एक बार पुलिस वाले खड़ौली के मुस्लिम होटलों के खिलाफ अभियान चलाने पहुंच थे, लेकिन उनसे मारपीट कर दी गयी। उसके बाद पुलिस वाले भी हिम्मत नहीं कर रहे हैं। डीएम व एसएसपी को एक बार फिर पत्र भेजकर कार्रवाई का आग्रह किया जाएगा।