- 28 अक्टूबर को मनाई जाएगी शरद पूर्णिमा, इस दिन पड़ेगा चन्द्रग्रहण, पूरे देश में दिखाई देगा ग्राहण
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शरद पूर्णिमा 28 अक्टूबर को मनाई जाएगी। इस दिन चन्द्रग्रहण भी पड़ रहा हैं। ये ग्रहण पूरे देश में दिखाई देगा। शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा सभी कलाओं से युक्त होता हैं और इस दिन चन्द्रमा की रोशनी में खीर बनाई जाती हैं, लेकिन इस बार ग्रहण के कारण रात्रि में यह आयोजन नहीं हो पाएंगे। शरदोत्सव पर रोशनी में खीर रखने की जो परंपरा है, वो इस बार ग्रहण के चलते नहीं निभाई जाएगी।
दरअसल, ग्रहण के कारण एक दिन पहले ही मंदिरों में शरदोत्सव के कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। शहर के ओघडनाथ मंदिर समेत तमाम मंदिरों में आयोजन पहले दिन ही होंगे। इस बार शरद पूर्णिमा की मध्य रात्रि में चंद्र ग्रहण होगा। इस वजह से शरद पूर्णिमा की रात्रि में इस बार खीर को चंद्रमा के प्रकाश में नहीं रखा जा सकेगा। ज्योतिषाचार्य पं. रामकुमार शास्त्री ने बताया कि 28 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा की मध्य रात्रि में चंद्र ग्रहण की स्थिति बन रही है।
जिसमें चंद्रमा का कुछ भाग ग्रसित हुआ दिखाई देगा। इस तरह के चंद्र ग्रहण को खंडग्रास चंद्र ग्रहण कहा जाता है। शरद पूर्णिमा की मध्य रात्रि 01:02 पर चंद्र ग्रहण आरंभ होगा।जो 02:21 तक रहेगा। मान्यता है कि शरद पूर्णिमा की रात्रि में चंद्रमा से अमृत वर्षा होती है। इसलिए शरद पूर्णिमा की रात्रि में खीर बनाकर चंद्रमा की रोशनी में रखने की परंपरा है,
लेकिन इस बार शरद पूर्णिमा पर शाम 4:05 से ग्रहण के सूतक लग जाएंगे। जो चंद्र ग्रहण समाप्त होने तक रहेंगे। इस वजह से शरद पूर्णिमा की रात्रि में खीर को चंद्रमा के प्रकाश में नहीं रखा जा सकेगा शरद पूर्णिमा के दिन खीर में तुलसी पत्र डालकर रखें और अगले दिन प्रसाद रूप में ग्रहण करें।