- शिया समुदाय के लोगों का हंगामा, मुतवल्ली के खिलाफ लगाए नारे
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: देश की तीसरी सबसे बड़ी वक्फ प्रॉपर्टी (मनसबिया मेरठ) और विवादों का चोली दामन का साथ हो चला है। दैनिक जनवाणी ने पिछले दिनों मनसबिया प्रकरण को प्रमुखता से प्रकाशित किया था जिसकी गूंज लखनऊ तक पहुंच गई थी। यह विवाद अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि बुधवार को मनसबिया में फिर बखेड़ा हो गया। इस बार यहां हरे भरे पेड़ काटने का मामला प्रकाश में आया तो बिरादरी के लोगों ने ही मुतवल्ली के खिलाफ विरोध का झंडा बुलंद कर दिया।
पेड़ काटे जाने का पता चलते ही शिया बिरादरी के लोगों की मीटिंग बुलाई गई और तय किया गया कि मनसबिया प्रशासन के खिलाफ वन विभाग में शिकायत दर्ज कराई जाए। इसके बाद सैयद जफर हसन काजमी, अकबर अली जैदी और अली अफसर नकवी ने वन विभाग में तुरन्त लिखित शिकायत भेज कर आरोप लगाया कि यहां बिना अनुमति के हरे भरे पेड़ काटे जा रहे हैं। अत: आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
इसके फौरन बाद वन विभाग की टीम मनसबिया पहुंच गई और जांच शुरू की। शिकायतकर्ताओं ने बताया कि वन विभाग की टीम मुतवल्ली दानिश अनवर को पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई। हालांकि बताया जाता है कि पूछताछ के बाद मे दानिश अनवर को छोड़ दिया गया। उधर अन्य शिकायतकर्ता हॉकी कोच तजम्ममुल जैदी व मोहर्रम कमेटी के मीडिया प्रभारी अली हैदर रिजवी ने भी मतवल्ली के कार्यों को लेकर कई आरोप लगाए। लोगों का आरोप था कि मनसबिया के मुतवल्ली ने ठेके पर पेड़ काटने के लिए कुछ लोगों को बुला रखा था,
बताया जाता है कि तभी वहां बिरादरी के कुछ लोग पहुंच गए और विरोध कर पेड़ कटाई का काम रूकवा दिया। विरोध कर रहे लोगों ने पेड़ काट रहे लोगों से जब पेड़ कटाई का लाइसेंस मांग तो वो निरुत्तर हो गए। शिया बिरादरी के लोगों का कहना है कि वो मुतवल्ली व उनके कार्यों की शिकायत लखनऊ में शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड में करेंगे। उधर जब इस पूरे प्रकरण में मुतवल्ली का पक्ष जानने के लिए उन्हे फोन किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।