- भाजपा नेत्री बिन्दू सर्राफ से रंगदारी मांगने के मामले में है मुकदमा दर्ज
- दुबई से आई रंगदारी की काल करने वाले ने लिया था अजमल पहाड़ी का नाम
- नजीबाबाद पुलिस अजमल पहाड़ी पर कार्रवाई को दिल्ली जाने की तैयारी में
जनवाणी ब्यूरो |
नजीबाबाद: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और मेरठ एसटीएफ की संयुक्त टीम ने राजधानी के लाडो सराय इलाके में गुरुवार शाम मुठभेड़ के बाद कुख्यात बदमाश अजमल पहाड़ी पुत्र महबूब उर्फ मंजूर निवासी सरवर गेट मुजफ्फरनगर को गिरफ्तारी के बाद नजीबाबाद पुलिस भी एक्शन में आ गई है, क्योकिं अजमल पहाड़ी भाजपानेत्री से रंगदारी मांगने के मामले में नजीबाबाद थाने का भी वांछित है। वहीं पिछले साल दुबई से आई रंगदारी की काल करने वाले ने भी अजमल पहाड़ी का नाम लेकर रंगदारी मांगी थी।
गुरूवार की शाम दिल्ली में कुख्यात अजमल दल्ली पुलिस की एक गोली पैर में लगने से घायल हो गया। जख्मी हालत में उसे अस्पताल में भर्तीकराया गया है। मुठभेड़ के दौरान बदमाश की एक गोली पुलिस की बुलेटप्रूफ जैकेट पर भी लगी, लेकिन जैकेट पहनने के कारण पुलिसकर्मी का बचाव हो गया।
अजमल के कब्जे से नौ एमएस की पिस्टल, छह कारतूस व चोरी की एक चोरी की बाइक बरामद हुई है। मुठभेड़ दौरान दोनों तरफ से आठ राउंड गोलियां चलीं। बदमाश अजमल ने पहले पुलिस टीम पर गोलियां चलाईं। इसके बाद जवाबी कार्रवाई में पुलिस टीम ने भी चार गोलियां चलाईं। स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद सिंह कुशवाहा के मुताबिक, अजमल पहाड़ी मूलरूप से मुजफ्फरनगर का रहने वाला है।
उसके खिलाफ दिल्ली व पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हत्या, धमकी देने, रंगदारी वसूलने, लूटपाट, पुलिस के साथ मुठभेड़ सहित 20 से ज्यादा संगीन आपराधिक घटनाओं में शामिल होने के मामले दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि मुजफ्फरनगर व बिजनौर पुलिस भी अजमल की तलाश में जुटी थी।
इस मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने उस पर इनाम रखा था। इसके बाद वह फरार होकर पिछले कुछ समय से दिल्ली में आकर महरौली में छिपकर रह रहा था। कुख्यात बदमाश अजमल पहाड़ी को दिल्ली पुलिस ने वर्ष 2018 के सितंबर माह में दिल्ली इंदिरापुरम इलाके से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। उसके बाद जुलाई 2019 में जमानत पर छूटने के बाद अजमल पहाड़ी दिल्ली के महरौली इलाके में रह रहा था।
भाजपा नेत्री बिन्दू सर्राफ से मांगी गई थी 20 लाख की रंगदारी
भाजपा नेत्री बिन्दु सर्राफ से पूर्व में अजमल पहाडी द्वारा दस लाख रूपये की रंगदारी मांगी गई थी। जिसका उन्होंने थाना नजीबाबाद में पिछले वर्ष मुकदमा दर्ज कराया था। जिसके चलते अजमल पहाडी को गाजियाबाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था उसके बाद करवाचौथ के दिन 17 अक्टूबर 2019 को उन्हें वीडियो काल के जरिए विदेशी इंटरनेट काल से धमकी मिली थी कि तुमने अजमल पहाडी को गिरफ्तार कराकर अच्छा नहीं किया।
पहले दस लाख की रंगदारी मांगी थी, अब 20 लाख की रंगदारी दो जिसमें वीडियो काल करने वाला उन्हे एके 47 दिखाते हुए रंगदारी मांग रहा है। इस मामले में नजीबाबाद थाने में रिपोर्ट भी दर्ज हुई थी। शासन स्तर से भाजपा नेत्री बिंदु सर्राफ को सुरक्षा के लिए गार्ड भी मुहैया हुआ था और इसी मामले में रंगदारी में नाम आने के बाद से कुख्यात अजमल पहाड़ी वांछित चल रहा था।
डॉ. शमशाद की हत्या के बाद आया था सुर्खियों में
नजीबाबाद: मुजफ्फरनगर के रहने वाले कुख्यात बदमाश नफीस कालिया का सक्रिय गुर्गा अजमल पहाड़ी पुत्र महबूब उर्फ मंजूर का निकाह नजीबाबाद में हुआ था। शादी के कुछ समय बाद ही अजमल नजीबाबाद आकर रहने लगा था। नजीबाबाद में साल 2012 में हुई डा.शमशाद की हत्या के बाद सुर्खियों में आया था। जेल से छूटकर आने के बाद अजमल पहाड़ी ने लोगों से रंगदारी वसूलने का काम शुरू कर दिया था।
नजीबाबाद पुलिस दिल्ली जाकर करेगी अजमल को तलब: कोतवाल
इस मामले में कोतवाल संजय शर्मा ने बताया कि नजीबाबाद पुलिस दिल्ली जाने की तैयारी में है और अजमल को तलब करेगी।