- राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सम्मेलन में लिया गया फैसला
- आंदोलनों को कुचलने पर विश्वास रखती है सरकार : मदनी
जनवाणी संवाददाता |
देवबंद: जमीयत उलमा ए हिंद (महमूद गुट) के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सम्मेलन में मौलाना महमूद मदनी को जमीयत का स्थायी अध्यक्ष चुना गया है। कुछ माह पूर्व हुए जमीयत उलेमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष कारी उस्मान मंसूरपुरी के इंतकाल के बाद से मदनी संगठन में कार्यवाहक अध्यक्ष के रूप में सेवाएं दे रहे थे।
शनिवार को दिल्ली में हुए सम्मेलन में जमीयत उलमा ए हिंद की अध्यक्षता के लिए सभी 21 राच्यों की कार्यकारिणी की तरफ से सहमति वाला मौलाना महमूद मदनी के नाम का प्रस्ताव आया। जिसे राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने स्वीकृत करते हुए अगले टर्न (काल) की अध्यक्षता के लिए मौलाना महमूद मदनी के नाम पर मुहर लगा दी। जिसके बाद मौलाना मदनी ने प्रस्तावों पर हस्ताक्षर कर अध्यक्ष पद का चार्ज (कार्य भार) संभाला।
वहीं, सम्मेलन में देश की वर्तमान परिस्थितियों, किसान आंदोलन समेत महत्वपूर्ण कौमी व सामाजिक विषयों पर चर्चा हुई। किसान आंदोलन पर महमूद मदनी ने कहा कि लोकतंत्र में अपनी मांगों और समस्याओं को उठाने की आजादी है। किसानों को •ाी अपने अधिकार के लिए आंदोलन चलाने का मूलभूत व संवैधानिक अधिकार प्राप्त है। लेकिन यह देखा गया है कि वर्तमान सरकार ऐसे आंदोलनों को कुचलने पर विश्वास रखती है।