- अधिकृत सड़क के अलावा बगल की सड़क पर वाहनों से हो रही वसूली
- विवादों में रहने के कारण दो स्थानों के टोल बंद करवाए गए थे
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कहावत है चोर चोरी से जाए, लेकिन हेराफेरी से नहीं जा सकता। ऐसा ही कुछ डेयरी फार्म के टोल पर देखने को मिल रहा है। ठेकेदार को जिस सड़क पर टोल वसूलने का अधिकार मिला हुआ है उसके अलावा बगल वाली सड़क पर वाहनों को रोक कर टोल वसूली की जा रही है। इसको लेकर आए दिन झडपें भी होती है, लेकिन कैंट बोर्ड इस ओर कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं दिख रहा है।
कैंट बोर्ड ने शहर में 11 स्थानों पर टोल का ठेका छोड़ रखा है। पहले दिल्ली रोड पर जली कोठी के पास और रुडकी रोड पर भी टोल वसूला जा रहा था। इसको लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन हुए और मामला हाईकोर्ट तक चला गया था। पीडब्ल्यूडी की सड़क पर हो रही अवैध वसूली को बाद में रुकवा दिया गया था, लेकिन डेयरी फार्म वाला टोल चालू रखा गया था।
इस सड़क पर ठेकेदार के कर्मचारी खुलेआम लूट करने में लगे हुए हैं। ठेकेदार के कारिंदों ने साइड वाली रोड पर बैरिकेडिंग तक लगा दी और वसूली करनी शुरु कर दी। इस खुली लूट पर कैंट बोर्ड की नजर नहीं पड़ रही है। कई बार वसूली के कारण झगड़े भी हो रहे हैं, लेकिन टोल का मामला कोरोना के कारण ज्यादा चर्चाओं में नहीं आ रहा है।
दूसरे राज्यों की कॉमर्शियल गाड़ियों पर चील की तरह झपटने वाले कर्मचारी खुले आम लूट में लगे हुए हैं। लूट का यह सिलसिला सुबह से लेकर रात तक चलता रहता है। लोकल लोग तो लड़ झगड़ कर निकल जाते हैं, लेकिन बाहर के लोग बेवजह लूट का शिकार हो रहे हैं।