- 25 किलोमीटर का होगा ट्रायल रन, इतना ही वायाडक्ट भी बनकर पूरी तरह तैयार
- मार्च में मेरठ के लोग कर सकेंगे रैपिड की सवारी
- 82 किमी लम्बे कॉरिडोर का आधा हिस्सा होगा कवर
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कुछ साल पहले तक मेरठ के लोगों को रैपिड की भनक तक नहीं थी, लेकिन समय बदला और ऐसा बदला कि मेरठ में न सिर्फ रैपिड बल्कि मेट्रो ने भी दस्तक दे दी। 21अक्टूबर कोे पीएम नरेन्द्र मोदी ने देश की पहली रैपिड ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। इसके ठीक पांच माह बाद मार्च 2024 में रैपिड को मेरठ की सीमा में प्रवेश कराने की पूरी तैयारी है।
इसके लिए जल्द ही ट्रायल रन शुरू होने जा रहे हैं। एनसीआरटीसी के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार रैपिड के दूसरे चरण में ट्रेन मेरठ साउथ स्टेशन में प्रवेश कर जाएगी। मेरठ के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि होगी। उम्मीद की जा रही है कि दूसरे चरण का उद्घाटन भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे और इसके लिए इस बार वो मेरठ साउथ स्टेशन पर आ सकते हैं।
दरअसल, रैपिड का पहला (प्रायोरिटी) सेक्शन 17 किलोमीटर का है, जिस पर ट्रायल के बाद संचालन सफलतापूर्वक शुरू हो चुका है। अब दूसरा सेक्शन (दुहाई से मेरठ साउथ) 25 किलोमीटर का है जिसका वायाडक्ट तैयार है और इस पर 90 फीसदी से अधिक ट्रैक भी बिछ चुका है। 17 किलोमीटर के प्रायोरिटी सेक्शन में जहां पांच स्टेशन (दुहाई डिपो, दुहाई, गाजियाबाद, गुलधर व साहिबाबाद) हैं
वहीं 25 किलोमीटर लम्बे दूसरे सेक्शन में कुल चार स्टेशन (मुरादनगर, मोदीनगर नॉर्थ, मोदीनगर साउथ व मेरठ साउथ) हैं। दूसरा सेक्शन शुरू होते ही रैपिड कॉरिडोर के आधे हिस्से पर ट्रेन का संचालन सुचारू हो जाएगा। पूरा कॉरिडोर 82 किलोमीटर लम्बा है। प्रायोरिटी सेक्शन से आगे मुरादनगर स्टेशन के सहायक सब स्टेशन में 33केवी की क्षमता पर विद्युत सप्लाई आरंभ कर दी गई है।
उधर एनसीआरटीसी के प्रवक्ता पुनीत वत्स का कहना है कि उनका लक्ष्य डेडलाइन के अनुसार काम को पूरा करना है, जिसमें वो अभी तक कामयाब हुए हैं। उन्होंने बताया कि अब 25 किलोमीटर वाले सेक्शन पर काम बेहद तेजी से जारी है। रैपिड सूत्रों के अनुसार मार्च 2024 में मेरठ के लोग रैपिड तथा अगले वर्ष मेट्रो के सफर का लुत्फ उठा सकते हैं।