- 26 सितंबर को किया जायेगा मवाना गऊशाला के पास पांच कुंडली श्री विष्णु महायज्ञ
- साधुओं की मंडली ने किया चालिस गांव से श्रद्धालुओं के पहुंचने का दावा
जनवाणी संवाददाता |
मवाना: उत्तराखंड के प्रचाीन मंदिर श्री गोरीशंकर महादेव त्रिवेणी घाट ऋषिकेश से मवाना में आये श्री दास नाम नांगा सन्याशी शंबूदल अखाडा के साधू उपराष्ट्रीय अध्यक्ष श्री महंत गोपाल गिरी के शिष्य महंत देशगिरी द्वारा 26 सितंबर को पांच कुंडीय महालक्ष्मी श्री विष्णु हवन यज्ञ के साथ 101 कन्याओं का पूजन किया जायेगा।
जिसको लेकर उसकी टीम के संत क्षेत्र के गांवों में जाकर घर-घर श्रीराम नाम की अलख जगा रहे है। कस्बे में होने वाले इस विशाल महायज्ञ में लगभग चालिस गांवों से श्रद्धालुओं के पहुंचने की आशंका जताई जा रही है। यह यज्ञ मवाना हस्तिनापुर रोड गऊशाला के सामने किया जायेगा।
अश्वनी गिरी महाराज कांगडा हिमाचल प्रदेश ने बताया कि उनके अखाडे के संतों द्वारा 101 यज्ञों को संकल्प लिया गया था। जो प्रतिवर्ष सर्दी के मौसम में मार्च नवरात्रों तक किये जाते है। लगभग अभी 80 यज्ञों का आयोजन खतोली, बागपत, बुढाना, बरोड, मु.नगर समेत अन्य स्थानों पर कर चुके है। इस पर मवाना में पितृ पक्ष में एक पांच कुंडलिय महालक्ष्मी श्री विष्णु महायज्ञ व भंडारे का आयोजन किया जा रहा है।
हिंदू धर्म में पितृ पक्ष का खास महत्व होता है। मृत्यु के बाद भी हिंदू धर्म में पूर्वजों का समय-समय पर स्मरण किया जाता है और श्राद्ध पक्ष उन्हीं के प्रति अपनी कृतज्ञता जाहिर करने और उनके निमित्त दान करने का पर्व है। मान्यता है कि यदि श्राद्ध न किया जाए तो मरने वाले व्यक्ति की आत्मा को मुक्ति नहीं मिलती है। ऐसा माना जाता है कि पितृ पक्ष में पितरों के निमित्त दान-पुण्य करने से हमारी कुंडली से पितृ दोष का दुष्प्रभाव समाप्त होता है। इसी को लेकर इस माहायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है।
जिसके लिए उनके अखाडे के साधू सुबह से लेकर शाम तक क्षेत्र के लगभग सभी गांवों में अपनी मंडली के साथ श्री राम नाम की अलख जगा रहे है। इस महायज्ञ के दौरान 101 कन्याओं को भोग लगाकर उन्हे दान दक्षिणा वस्त्र आदि दिये जायेगें। 26 सितंबर होने वाले इस महायज्ञ में भाग लेने वालों लोगों द्वारा आहूति दी जायेगी। पिछले एक सप्ताह ने यह साधुओं की टोली मवाना में रहकर धर्म प्रचार करने में जुटी हुई है।