- अवैध रूप से जगह-जगह बनाए जा रहे हैं तेज आवाज वाले पटाखे
- पहले भी हो चुके हैं हादसे, फिर भी विभाग नहीं ले रहा है सबक
वरिष्ठ संवाददाता |
सहारनपुर: एक बार फिर सहारनपुर बारूद के ढेर पर है। दरअसल, दीपावली का त्योहार नजदीक आ गया है और शादी-ब्याह का सीजन भी शुरू होने वाला है। ऐसे में कई जगहों पर अवैध रूप से पटाखे बनाए जा रहे हैं। नियमों को ताख पर रखकर घनी आबादी और संकरी गलियों वाले इलाकों में पटाखों का जमकर निर्माण किया जा रहा है। शहर के कई मोहल्ले बारूद के ढेर पर बैठे हैं।
यहां तक कि घरों में भी आतिशबाजी तैयार की जा रही है। निर्माण के अलावा यहां बड़े पैमाने पर पटाखों का भंडारण भी किया गया है। ऐसे में कभी भी और कहीं भी बड़ा हादसा हो सकता है। संबंधित विभाग और पुलिस ने इस दिशा में अभी तक धरपकड़ अभियान भी नहीं चलाया है।
गौरतलब है कि सहारनपुर में पहले कई बड़े हादसे हो चुके हैं। पिछले साल 30 अक्टूबर को बिहारीगढ़ में एक पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट हुआ था। इसमें दो मजदूरों की मौत हो गई थी। कुछ दिनों पहले सहारनपुर मंडल के शामली जनपद में भी पटाखा फैक्ट्री में आग लग गई थी।
इसके अलावा कुछ साल पहले मानकमऊ क्षेत्र में एक पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट हुआ था। इसमें भी जान-माल का नुकसान हुआ था। इन तमाम दुर्घटनाओं के बाद अग्निशमन विभाग जांच की औपचारिकता पूरी कर अपना पल्ला झाड़ लेता है। फिलहाल, सहारनपुर अवैध पटाखा निर्माण का हब बन गया है। यहां घनी आबादी और संकरी गलियों वाले इलाकों में अवैध पटाखे बनाए जा रहे हैं, जो दिल्ली और एनसीआर में सप्लाई होते हैं। दीपावली नजदीक आते ही पटाखों का निर्माण और भंडारण करने की रफ्तार बढ़ जाती है।
पुलिस प्रशासन ने मूंदी आंखें
सहारनपुर से बड़े पैमाने पर एनसीआर में पटाखों की सप्लाई की जाती है। इस सबसे पुलिस-शासन ने आंखें मूंद रखी हैं। प्रशासन कार्रवाई के लिए यहां पर किसी बड़ी घटना का इंतजार कर रहा है। यहां से ना सिर्फ एनसीआर बल्कि हरियाणा और पंजाब को भी पटाखों की सप्लाई की जा रही है।
शहर के आतिशबाजान, पुरानी मंडी कमेला कालोनी, एकता कालोनी, नवादा रोड, मानकमऊ गंगोह रोड देहरादून रोड स्थित कई इलाकों, दिल्ली रोड सहित तमाम स्थानों पर नियमों के विरुद्ध अवैध रूप से पटाखे बनाये जा रहे हैं। इस काम मे महिलाओं और बच्चों को भी झोंका गया है।
अग्नि शमन विभाग लगातार चेकिंग कर रहा है। जहां कहीं भी अवैध रूप से पटाखा निर्माण होता पाया जाएगा तो तुरंत कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। सभी पटाखा निर्माण करने वाली फैक्ट्रियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वह नियमों का पालन करें। -फायर आफिसर, तेजवीर सिंह।