- पहले दिन विद्यालयों में छात्रों की संख्या रही कम
जनवाणी ब्यूरो |
शामली: कोराना महामारी के चलते 25 मार्च 2020 को सभी विद्यालय बंद कर दिए गए थे। लगभग 11 महीनों के बाद कक्षा 6 से 8 तक के सभी बोर्डों के विद्यालय बुधवार को कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुसार खोले गए। पहले दिन छात्र-छात्राओं की उपस्थिति कम रही। विद्यालयों में कोविड-19 की गाइड लाइन के मद्देनजर थर्मल स्क्रेनिंग, सेनेटाइजेशन, फेस मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग के बाद ही बच्चों को प्रवेश दिया गया। पहले दिन आने वाले बच्चे उत्साहित नजर आए।
कोरोना महामारी के 25 मार्च 2020 से देशभर के विद्यालय बंद हो गए थे। कोरोना काल में विद्यार्थियों व्हाट्सएप, प्रेरणा एप और अन्य एप के माध्यम से अनलाइन तथा दूरदर्शन के जरिए पढ़ाया जा रहा था। अक्टूबर 2020 में कक्षा 9 से 12 तक के विद्यालयों को कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुसार खोले जाने की अनुमति मिल गई थी। लेकिन कक्षा 6 से 8 तक के विद्यालय बंद थे।
प्रदेश सरकार ने 10 फरवरी से सभी बोर्डों के कक्षा 6 से 8 तक के विद्यालयों को दिन और कक्षावार कोविड-19 की गाइड लाइन के अनुसार खोलने के निर्देश जारी किए थे। बुधवार को करीब 11 माह बाद सभी बोर्डों के कक्षा 6 से 8 तक विद्यालय खुल गए। बुधवार को पहले दिन कक्षा आठ के विद्यार्थियों का दिन सुनिश्चित था। कक्षा आठ के छात्र-छात्राएं उत्साहपूर्वक स्कूल पहुंचे, हांलाकि कई स्कूलों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति कम रही।
स्कूल पहुंचने पर विद्यालयों में अध्यापकों द्वारा बच्चों के अभिभावकों द्वारा जारी किए सहमति पत्र प्राप्त किए गए। जिसके बाद सेनेटाइजेशन, फेस मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग आदि अनिवार्यताओं के साथ विद्यार्थियों को विद्यालय में प्रवेश दिया गया। शहर के सरस्वती विद्या मंदिर विद्यालय के प्रधानाचार्य संजय सैनी ने बताया कि बुधवार को कक्षा आठ के 288 बच्चों में से मात्र 88 बच्चे उपस्थित हुए।
सभी बच्चों को सोशल डिस्टेंसिंग से बैठाया गया। सरतीदेवी राजाराम पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्या ने बताया कि पहले दिन कक्षा आठ के बच्चे विद्यालय पहुंचे कोविड-19 की गाइड लाइन के निर्देशों का पालन करते हुए प्रवेश दिया गया और सीटिंग प्लान तैयार किया गया था। प्राथमिक विद्यालय नम्बर 10 के प्रधानाध्यापक नीरज गोयल ने बताया कि पहले दिन इक्का दुक्का विद्यार्थी ही विद्यालय पहुंचे। कोविड-19 के निर्देशों के अनुसार उनको कक्षा में बैठाकर पढाई कराई गई। गुरूवार को कक्षा छह के विद्यार्थी विद्यालयों में पहुंचेंगे।