Friday, April 19, 2024
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लालकुर्ती सब्जी मंडी से शिफ्ट नहीं हुईं दुकानें

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  • मंडी में आए दिन लगता है भयंकर जाम
  • समस्या का नहीं निकाला जा रहा कोई हल

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: लालकुर्ती में हमेशा से ही सब्जी की दुकान लगाने वालों के कारण जाम की स्थिति बनी रहती है। यहां जाम की समस्या को दूर करने के लिये कैंट बोर्ड की ओर से दुकानदारों के लिये नय्यर पैलेस के पीछे फड़ लगाकर व्यवस्था की गई थी, लेकिन दुकानदारों ने फड़ में तो दुकान लगायी ही साथ ही यहां लालकुर्ती चौक पर भी दुकानें लगा ली हैं। जिस कारण यहां हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है।

लालकुर्ती चौक से लालकुर्ती की ओर जाने वाले मार्ग पर सब्जी बेचने वालों ने अपनी दुकाने लगा रखी है। बता दें कि यहां इन ठेले वालों के कारण हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है। कैंट बोर्ड ने इस जाम की समस्या को दूर करने और यहां से अवैध कब्जों को हटाने के लिये सब्जी वालों के लिये नय्यर पैलेस के पीछे ही फड़ लगाकर दुकानों की व्यवस्था की थी।

यहां आज भी दुकानें फड़ में लग रही हैं, लेकिन ठेले वालों ने क्षेत्र की पूरी व्यवस्था ही बिगाड़ कर रख दी। दुकानदारों ने यहां दुकानें तो ले लीं, लेकिन दुकानें लेने के बाद भी उन्होंने यहां फिर से लालकुर्ती चौक पर कब्जा कर लिया है। यहां सड़क के बीचो बीच यहां ठेले वाले दुकान लगाकर खड़े हो जाते हैं। प्रतिदिन यहां जाम की स्थिति बनी रहती है, लेकिन इस समस्या को कोई हल नहीं निकाला जा रहा है।

ठेले वालों ने फिर किया सड़क पर कब्जा

बता दें कि यहां से ठेले वालों को इसलिये हटाया गया था कि यहां पर जाम की स्थिति न बने। कैंट बोर्ड की ओर से इससे अलग व्यवस्था किये जाने में लाखों रुपये खर्च भी किये गये, लेकिन उसके बावजूद हालात नहीं सुधर पाये। ठेले वालों ने कैंट बोर्ड द्वारा दी गई दुकानों पर तो दुकान सजाई ही इसके साथ ही उन्होंने यहां सड़क पर भी ठेले फिर से खड़े कर लिये हैं। कैंट बोर्ड की ओर से भी इस विषय में सख्ती से कार्य नहीं किया गया।

जिस कारण यहां सिर्फ ठेले वाले ही सड़कों पर नजर आते हैं इसके अलावा यहां से कोई अन्य वाहन गुजर पाना तक मुश्किल हो जाता है। उधर, कैंट बोर्ड के तहबाजारी करने वाले ठेकेदार ने भी अपनी जेब भरनी शुरू कर दी है। तहबाजारी ठेकेदार इन ठेले वालों से वसूल करता है। जिससे कैंट बोर्ड को भी राजस्व की प्राप्ति होती है। जिस कारण यहां कोई कार्रवाई नहीं की जाती। अधिकारियों की ओर से इस ओर कोई ध्यान तक नहीं दिया जा रहा है।

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