- दिगम्बर जैन आचार्य श्री 108 विशुद्ध सागर जी महाराज का स्वागत किया
जनवाणी संवाददाता |
नजीबाबाद: श्री दिगम्बर जैन आचार्य श्री 108 विशुद्ध सागर जी महाराज (श्री णमोकार मंत्र वाले बाबा ) के धामपुर से नगर आगमन पर जैन समाज के सदस्यों ने उनका स्वागत किया। उन्होंने समाज के लोगों को जैन धर्म के मूल मंत्र श्री णमोकार महामंत्र के संबंध में चर्चा करते हुए कहा कि श्री णमोकार महामंत्र सब पापों का नाश करने वाला है।
श्री दिगम्बर जैन पंचायती मंदिर में पहुंचे आचार्य श्री 108 विशुद्ध सागर जी महाराज ने कहा कि जैन धर्म के अनुयायी को अपने बच्चों में जैन धर्म के संस्कार उत्पन्न करने चाहिए। उन्होंने कहा कि श्री णमोकार महामंत्र को पंच परमेष्ठी मंत्र, अनादि मूल मंत्र व महामंत्र के नाम से भी जाना जाता है।
उन्होंने कहा कि णमोकार महामंत्र सभी पापों का नाश करने वाला है। वहीं जैन धर्म के इस मंत्र को महामंत्र इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह मंत्र पूरे विश्व कल्याण की भावना रखता है व कामना करता है। श्री णमोकार महामंत्र की इतनी शक्ति है कि उच्चारण गलत होने के बाद भी अंजन चोर आणम ताडम कहने मात्र से ही भव सागर तर गया।
आचार्य श्री खंड गिरी उदयगिरि सिद्धक्षेत्र से अष्टापद तीर्थ यात्रा के लिए नगर नगर होते हुए जा रहे हैं। इस मौके पर नगर आगमन पर उनका जीतेन्द्र जैन, अजय जैन, संजय जैन, पंडित पंकज जैन, नीशू जैन, अरनव जैन आदि मौजूद रहे।