- सपा नेता अतुल प्रधान करा रहे है पूर्व विधायक की सपा में एंट्री
- दलित गुर्जर समीकरण होगा मजबूत, अतुल ने दिया बसपा को तकड़ा झटका
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ/मोदीपुरम: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी में बसपा से टूटने वालों में लगातार इजाफा हो रहा है। वेस्ट यूपी की राजनीति में दलितों में पकड़ रखने वाले पूर्व विधायक योगेश वर्मा एवं महापौर उनकी पत्नी सुनीता वर्मा 16 जनवरी को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की मौजूदगी में सपा का दामन अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ थामेंगे।
पूर्व विधायक की सपा में एंट्री कराने के लिए अतुल प्रधान लगातार लगे हुए थे। अतुल की इस कामयाबी से जहां बसपा को एक बड़ा झटका लगेगा। वहीं, सपा को संजीवनी दिलाने एवं मेरठ समेत आसपास के कई जिलों में दलितों को जोड़ने के लिए भी अतुल प्रधान को श्रेय जाएगा।
पूर्व विधायक के साथ बसपा के चार पूर्व विधायक भी सपा का दामन थामेंगे। बताया जा रहा है कि योगेश वर्मा हस्तिनापुर से इस बार सपा से चुनाव लड़ने की दावेदारी कर रहे हैं।
अगर, सपा में एंट्री के बाद वह टिकट लेने में कामयाब होते हैं तो हस्तिनापुर में योगेश वर्मा और अतुल प्रधान की जोड़ी राजनीति में नए रंग रूप में देखने को मिलेगी। पूर्व विधायक की सपा में एंट्री होने से जहां सपा खेमे में हड़कंप मचा हुआ है।
वहीं, अन्य पार्टी भी इस नए गठजोड़ को अहम् मान रही है। माना जा रहा है कि योगेश वर्मा और अतुल प्रधान की जोड़ी जिले में दलित और गुर्जर समीकरण को मजबूत करेगी।