- कोतवाल से सर्राफा यूनियन के सदस्यों ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की
जनवाणी ब्यूरो |
नजीबाबाद: नगर के सर्राफा व्यापारी अमित वर्मा की 26 सितम्बर को संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिलने के मामले में
मृतक अमित वर्मा के पिता व भाई के साथ सराफा एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल इंस्पेक्टर से मिला और उन्होंने अमित वर्मा की मौत के सही कारणों का पता लगाने के लिए निष्पक्ष जांच की मांग की है।
पुलिस घटना स्थल के निरीक्षण के आधार पर शुरू से ही इसे आत्म हत्या का मामला मान रही है। वहीं परिजनों ने भी पुलिस को अमित के तमंचा मार कर आत्म हत्या की तहरीर दे रखी है परंतु साथ ही घटना के संबंध में पुलिस से अमित की मौत के सही कारणों का पता लगाने की भी उसी दिन गुहार की थी।
26 सितंबर को खुशहालपुर मड़का के पास नहर की पटरी पर एक युवक का बोलेरो गाड़ी में शव मिला था। राहगीरों की सूचना पर पुलिस ने पहुंचकर उसकी शिनाख्त कराई थी। जिसकी अमित वर्मा पुत्र सुदेश वर्मा निवासी सुभाष नगर निकट गुरुद्वारा नजीबाबाद के रूप में शिनाख्त हुई थी।
पुलिस को गाड़ी में शव के पास ही एक 315 बोर का तमंचा पड़ा हुआ मिला था। मृतक के सीने पर बाई ओर गोली लगी हुई थी जो आरपार निकल गई थी। परिस्थितियों को देखकर पुलिस का अनुमान था कि उसने स्वयं ही गोली मारकर आत्महत्या की है। मृतक के परिजनों ने भी आत्महत्या की तहरीर दी थी।
शनिवार को मृतक के पिता सुदेश वर्मा, भाई आशु वर्मा सरार्फा एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष कपिल अग्रवाल सर्राफ के नेतृत्व में थाना प्रभारी निरीक्षक संजय शर्मा से मिला। उन्होंने उनकी अब तक की जांच पर संतोष व्यक्त करते हुए घटना की गहराई से जांच करते हुए त्वरित व निष्पक्ष न्याय की मांग की।
थाना प्रभारी निरीक्षक संजय शर्मा ने उनको बताया कि मौके से मिले तमंचे व उसके सीने में लगे हुए कारतूस को बैलेस्टिक एक्सपर्ट की जांच के लिए भेज दिया गया है। वहां से जांच रिपोर्ट आते ही प्रभावी कार्रवाई की जाएगी और दूध का दूध पानी का पानी किया जाएगा। कोतवाल संजय शर्मा ने बताया कि बैलेस्टिक एक्सपर्ट की जांच रिपोर्ट से मामला स्पष्ट हो जाएगा। प्रतिनिधिमंडल में मनोज अरोड़ा, हर्षित अग्रवाल, दिनेश वर्मा नांगल वाले, वीरेंद्र वर्मा, राहुल वर्मा, सोनू वर्मा आदि शामिल थे।