- गर्मी का एहसास बढ़ा, चिलचिलाती धूप ने दिनभर किया परेशान
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: बारिश के बाद मौसम में फिर से बदलाव हो गया। मंगलवार को दिन निकलते ही खिली धूप निकली और चिलचिलाती धूप के कारण उमस भरी गर्मी ने लोगों को दिन में पसीना-पसीना कर दिया। दिन का तापमान बढ़ती गर्मी के कारण 34 डिग्री को पार कर गया। बढ़ती गर्मी के कारण फिर से लोग परेशानी महसूस कर रहे है। मौसम विशेषज्ञों की माने तो उनका कहना है कि आने वाले दिनों में गर्मी से थोड़ी राहत मिलेगी।
फिलहाल इस मौसम में विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। मौसम में उठापठक का दौर जारी है। दो दिन बारिश होने के बाद थोड़ी राहत लोगों ने महसूस की थी, लेकिन फिर से मौसम में परिवर्तन देखने को मिला और चिलचिलाती धूप के कारण पारे में बढ़ोतरी होने लगी। जिसके कारण लोगों को परेशानी से जूझना पड़ा। मौसम विशेषज्ञ डा. यूपी शाही का कहना है कि बढ़ती गर्मी के कारण लोग परेशान है।
क्योंकि यह गर्मी लोगों को बीमार करेगी। सितंबर के महीने में जिस तरह की गर्मी पड़ रही है। उससे साफ जाहिर हो रहा है कि अभी गर्मी पड़ेगी और उसके बाद थोड़ी राहत मिलेगी। राजकीय मौसम वैधशाला पर मंगलवार को दिन का अधिकतम तापमान 34.3 डिग्री एवं न्यूनतम तापमान 23.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम आर्द्रता 90 एवं न्यूनतम आर्द्रता 63 प्रतिशत दर्ज की गई।
वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट को लेकर निगम की स्थिति अस्पष्ट
मेरठ: गांवड़ी स्थित वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट के संचालन का मामला निगम की स्थिति अस्पष्ट होने के कारण वर्ष 2017 से अधर में लटका हुआ था। महापौर हरिकांत अहलूवालिया की पूर्व की योजना में इस वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट के संचालन का कार्य शुरू कराने के लिए शिलान्यास एवं भूमि पूजन का कार्य कराया गया था। ताकि वैज्ञानिक पद्धति द्वारा ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के अंतर्गत कूडेÞ का निस्तारण कराया जा सके, लेकिन अभी तक इस परियोजना की स्थापना नहीं हो सकी।
जिसमें लखनऊ से लगातार निगम में पत्राचार जारी हैं, लेकिन योजना परवान नहीं चढ़ सकी। प्रदेश के संयुक्त सचिव कल्याण बनर्जी एवं राज्य मिशन निदेशक स्वच्छ भारत मिशन नगरीय निकाय निदेशालय लखनऊ नगर विकास विभाग अनुभाग-5 ने नगर निगम को फिर से पत्र लिखा है। जिसमें 6 सितंबर 2023 को जारी पत्र में पूर्व में मैसर्स आॅर्गेनिक रीसाइक्लिंग सिस्टम लिमिटेड एवं विभाग के द्वारा भेजे गए
पत्रों का हवाला देते हुए निगम के अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है। साथ ही निगम के द्वारा कंपनी से जो अनुबंध किया गया था उसका भी हवाला पत्र में दिया गया है, लेकिन निगम के अधिकारियों द्वारा इस मामले में कोई स्टैंड नहीं लिया जा रहा है वह स्थिति को स्पष्ट कर दें कि आखिर इस प्लांट को लगने में समस्या क्या है, फिलहाल निगम व लखनऊ के अधिकारियों के बीच इस मामले में पत्राचार जारी है।