- ओवरफ्लो हुए तालाब, किसानों में रोष, जलभराव से वर्षों से बंद पड़ा मार्ग
जनवाणी संवाददाता |
लावड़: कस्बे में जलनिकासी की समस्या विकराल रूप धारण कर चुकी है। हल्की-सी बारिश में ही नगर की सड़कें तालाब में तब्दील हो जाती हैं। कस्बे की नालियों से होकर निरंतर तालाबों में पहुंच रहे जल के कारण तालाब ओवरफ्लो होकर आसपास के खेतों को भी अपनी चपेट में ले चुके हैं।
तालाब किनारे ईदगाह मार्ग पर भी वर्षों से जलभराव होने के चलते आवागमन बन्द हो चुका है। वहीं बरसात में हालात और अधिक भयावह हो जाते हैं। समस्या के चलते किसानों, राहगीरों को भी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। तमाम शिकायतों के बाद भी समस्या का कोई समाधान नहीं हो सका है।
लावड़ नगर की आबादी लगातार बढ़ती ही जा रही है। जिसके चलते पानी का उपयोग भी बढ़ गया है। नगर की नालियों से बहकर पानी कस्बे के बाहरी छोरों पर स्थित तालाबों में एकत्र होता है। पहले से ही पानी से लबालब भरे तालाब पानी की अधिकता के चलते ओवरफ्लो हो चुके हैं।
कस्बे के अधिकांश हिस्से का पानी ईदगाह मार्ग पर स्थित पिछोकरा नामक तालाब में जाता है, जिसकी स्थिति बेहद खराब हो चुकी है। तालाब के पानी ने आसपास के दर्जनों बीघा खेतों को जलमग्न कर दिया है। वहीं अझौता की तरफ जाने वाला रास्ता जलमग्न होकर वर्षों से बन्द पड़ा है। बरसात में पानी की अधिकता के चलते तालाब के बराबर में स्थित दो कब्रिस्तानों में भी पानी घुस जाता है।
वहीं नगर के समसपुर मार्ग तथा मसूरी मार्ग पर भी तालाबों की हालत बेहद खराब है। नगर में जलनिकासी सबसे बड़ी समस्या बन चुकी है। हल्की सी बारिश में ही रास्ते डूब जाते है, जगह-जगह घरों-दुकानों में भी पानी घुस जाता है। मोहल्ला कमलियान, अन्दावली मार्ग, पुलिस चौकी क्षेत्र में अधिक समस्याएं उठानी पड़ती हैं। मामले में नगरवासियों, किसानों आदि ने कई मर्तबा नगर पंचायत, उच्च अधिकारियों तथा राजनेताओं से शिकायत की मगर कोई समाधान नहीं हो सका।
शासन से नगर के तालाब की सफाई के लिए अधिकतम 30 लाख की धनराशि ही मिलती है। जबकि स्टीमेट के मुताबिक पिछोकरा तालाब की सफाई का खर्च ही करोड़ों में बैठ रहा है। इसलिए तालाब सफाई का कार्य नही हो सका। नगर पंचायत ने रास्ता बनवाने के लिए टेंडर जारी कर दिया है। जिस पर काम चल रहा है। -सुधीर सिंह, अधिशासी अधिकारी, नगर पंचायत लावड़
कस्बावासियों का दर्द
तालाबों पर अवैध कब्जा होने के कारण समस्या भयावह हो चुकी है। आमजन और किसान परेशान हैं। जगह जगह जलभराव से संक्रामक बीमारियों के फैलने का भी डर बना रहता है। -मोहन सैनी
जलनिकासी की समस्या के समाधान को लेकर नगर पंचायत ने कोई प्रयास ही नहीं किया। समस्या विकराल हो चुकी है,जनता बुरी तरह त्रस्त है। शिकायतों के बाद भी कोई सुनवाई नहीं होती। -डॉ. इकबाल मलिक
जलनिकासी की समस्या के चलते आमजन बेहद परेशान हैं। हल्की सी बारिश में ही सड़कों पर पानी जमा हो जाता है। तालाबों ने आसपास के खेतों को भी अपनी चपेट में ले लिया है। -हाजी शकील कुरैशी