जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: आज पूरे भारतवर्ष में बुद्ध पूर्णिमा का त्योहार मनाया जा रहा है। बताया जाता है कि, यह बोद्ध धर्म का महत्वपूर्ण त्योहार है, इसको बुद्ध जयंती के नाम से भी जाना जाता है। धार्मिक मान्याताओं के मुताबिक, इस दिन पर ही गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था। साथ ही ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। कहा जाता है कि, उनके जीवन में तीन अधिक महत्वपूर्ण घटनाएं रही हैं जिसमें पहला उनका जन्म दूसरा ज्ञान और तीसरा मोक्ष, यह सभी एक ही तिथि पर आते हैं।
दरअसल, बुद्ध पूर्णिमा को भारत के अलावा कई देशों में धूमधाम से मनाया जाता है। इस शुभ तिथि पर सभी भगवान बुद्ध की पूजा अर्चना करते है, साथ ही ज्ञान और बुद्धि की कामना करते हैं। इस दौरान बौद्ध मंदिरों में दान करने का खास महत्व है। इस दिन उपवास रखने से ज्ञान की प्राप्ति होती है। बुद्ध पूर्णिमा पर सभी को पवित्र ग्रंथ का पाठ करना चाहिए। तो चलिए जानते हैं इस तिथि के बारे में कुछ विशेष..
शुभ योग
- बुद्ध पूर्णिमा का दिन सभी के लिए बहुत खास है। इस बार यह तिथि और भी खास होने वाली है क्योंकि इस दिन शुभ योग का निर्माण हो रहा है। इस दौरान शिव योग, सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा। इसके साथ ही बुद्ध पूर्णिमा पर शुक्र-सूर्य की युति से शुक्रादित्य योग, राजभंग योग का भी निर्माण होगा।
- ज्योतिष दृष्टि से भी यह दिन खास है इस दिन वृषभ राशि में गुरु-शुक्र की युति से गजलक्ष्मी राजयोग, गुरु और सूर्य की युति से गुरु आदित्य योग का संयोग बन रहा है। मान्यता है कि गजलक्ष्मी राजयोग में किए गए कार्यों से धन और सफलता मिलती है।
इन उपायों को करें
बुद्ध पूर्णिमा पर शुभ फल की प्राप्ति के लिए कुछ खास उपाय किये जाते है। इस दिन चीनी-चावल को दूध में मिलाकर चंद्रमा को अर्घ्य दें और ऊं स्त्रां स्त्रीं स्त्रं स: चंद्रमसे नम: मंत्र का जाप करें। इस दिन वैशाख पूर्णिमा है, माना जाता है कि इस दिन लक्ष्मी जी पीपल पर वास करती है इसलिए सूर्योदय से पहले पीपल के पेड़ को जल चढ़ाएं। इसके बाद 7 बार परिक्रमा भी करें। ऐसा करने से धन संबंधित परेशानियां दूर होती है।
अवश्य करें ये कार्य
- बुद्ध पूर्णिमा के दिन घर में सत्यनारायण की कथा करें।
- इस दौरान पवित्र नदी में स्नान करना शुभ होता है, इससे सारे पापों से मुक्ति मिल जाती है।
- शास्त्रों के अनुसार इस दिन जल से भरा कलश और पकवान दान करना शुभ होता है, इससे पुण्य फल प्राप्त होता है।