- कमिश्नर ने मंडल के पत्रकारों से वर्चुअल संवाद किया कायम
जनवाणी ब्यूरो |
शामली: मंडलायुक्त एवी राजमौलि ने कहा कि मंडल में प्रशासन तथा चिकित्सक मरीजों को समय से बेहतर सुविधा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। मरीजों को भय की स्थिति में नहीं आना चाहिए। टेलीमेडिसिन के माध्यम से मरीजों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
कहा, कोविड के प्रति प्रचार-प्रसार के माध्यम से भी लोगों अधिक से अधिक जागरूक किया जाए। उनको बताएं कि कोविड धनात्मक आने पर भयभीत न हों सिर्फ कोविड-19 के नियमों का पालन करें और समय से जीवन रक्षक दवाई लें।
बुधवार को एवी राजमौलि कैम्प कार्यालय में मंडल के पत्रकारों से वर्चुअल संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जो लोग कोविड से जंग जीत चुके हैं, उनके अनुभवों तथा उनके द्वारा पालन किये गए नियमों का प्रचार-प्रसार किया जाए। उन्होंने आम जन का आह्वान किया कि यदि आवश्यक हो तो ही घर से बाहर निकलें।
घर से बाहर निकलते समय मास्क को सही तरीके से लगाएं। सोशल डिस्टेसिंग का पालन करें। कंटेनमेंट जोन के नियमों का उल्लंघन बिल्कुल भी न करें। यदि कोविड के लक्षण महसूस होते हैं तो घबराएं नहीं। टेलीमेडिसिन के माध्यम से या निकटतम पीएचसी-सीएचसी या जिला अस्पताल के चिकित्सकों से संपर्क कर जीवन रक्षक दवाओं का प्रयोग शुरू कर दें।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक मरीज को अस्पताल ले जाने या आॅक्सीजन देने की आवश्यकता नहीं होती। समय से दवाई लेने तथा कोविड-19 के नियमों का अक्षरश: अनुपालन करने वाले 90 प्रतिशत मरीज ठीक हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोविड के मरीजों के साथ-साथ अन्य बीमारी के गंभीर मरीजों को अनदेखा न किया जाए।
मंडलायुक्त ने पत्रकारों से कोरोना को रोकने तथा मरीजों को और बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के सुझाव भी लिये तथा सुझावों को नोट कर उन पर कार्यवाही करने की बात कही। इस दौरान सुझाव देते हुए कहा कि श्मशान में लकड़ियों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने तथा टेलीमेडिसिन व्यवस्था का ईमानदारी से पालन कराया जाए। मरीजों तथा उनके परीजनों के साथ अच्छा व्यवहार किया जाए। साथ ही, बढते संक्रमण के दृष्टिगत समय रहते आवश्यक कदम उठाएं जाएं तथा आइसोलेशन सेंटर बनाने में अन्य संस्थाओं का भी सहयोग लिया जाए।
इसके अलावा कोविड अस्पताल में कितने मरीज है तथा कितने बैड खाली है, इसकी एक सूची भी उपलब्ध करायी जाए। जिससे मरीज को स्थिति के अनुसार तुरंत चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध करायी जा सकें और मरीज को अनावश्यक इधर-उधर न भटकना पडे।
इसके अलावा जो मरीज एल-2 में भर्ती है और उनकी हालत ठीक है उन्हें एल-1 में सिफ्ट कर गंभीर मरीजों को भर्ती किया जाए। जिससे आवश्यकतानुसार सबको समय से सही ईलाज मिल सके। आक्सीजन सिलेंडर को घरों पर अनावश्यक रूप से स्टोर न किया जाए।
श्मशान घाटों में बढ़ते शवों के दृष्टिगत विद्युत शवदाह गृह प्रयोग में लाए जाएं। कंट्रोल रूम का नम्बर का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाए। आरटीपीसीआर की रिपोर्ट उपलब्ध कराने में तेजी लाई जाए जिससे समय रहते मरीज को इलाज मिल सकें।
मरीजों के परिजनों को मरीजों की सही स्थिति के बारे में समय-समय पर अवगत कराया जाए। आगामी दो मई को मतगणना केंद्रों पर कोविड नियमों का सख्ती से पालन कराया जाए। लोगों के मन से डर को निकालने के लिए व्यवस्था की जाए। जिससे लोग अनावश्यक रूप से न डरें।