- सब्जी मंडी में एक रुपये किलो बिक रही थी गोभी
जनवाणी संवाददाता |
कैराना: सब्जी मंडी में एक रुपये किलो गोभी बिकने से नाराज किसानों ने अपनी लहलहाती 15 बीघा गोभी की फसल पर ट्रैक्टर चला दिया। नए कृषि 3 कानूनों को रद्द कराने की मांग को लेकर दिल्ली में लगातार 20 दिन से किसानों का आंदोलन चल रहा हैं।
आंदोलनरत किसानों का कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन कृषि कानून किसानों के लिए नुकसानदायक हैं। इसी के साथ ही किसान संगठन एमएसपी यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानून के दायरे में लाने की मांग कर रहें हैं। इसी के बीच कैराना क्षेत्र के दो किसानों ने अपनी करीब 15 बीघा गोभी की लहलहाती फसल पर ट्रैक्टर चला दिया।
मायापुर निवासी किसान रमेश ने बताया कि उसने खून पसीने से अपने खेत में करीब 5 बीघा शानदार गोभी की फसल उगाई थी। पिछले दिनों वह गोभी के 76 कट्टे दिल्ली मंडी में बेचने के लिए ले गया था, लेकिन वहां पर कई दिन तक भी उसकी गोभी नहीं बिक पाई। जिस कारण गोभी सड़ गई।
वहीं अन्य मंडियों में उसकी गोभी को केवल एक रुपये प्रति किलोग्राम खरीदा गया, जबकि गोभी की खेती को तैयार करने के लिए 4 से 5 हजार रुपये प्रति बीघा का खर्च आता हैं। वहीं उसने अब अपनी करीब एक लाख रुपये की कीमत की गोभी की फसल पर ट्रैक्टर चला दिया हैं। वह अपनी जमीन पर गेहूं की फसल की उगाई करेंगे।
इसके अलावा गांव झाडखेड़ी निवासी किसान तनवीर ने भी अपनी करीब 10 बीघा दो लाख रुपये की गोभी की फसल पर ट्रैक्टर चलाकर उसे नष्ट कर दिया। किसान तनवीर ने बताया कि जितने रुपए खर्च करके वह गोभी को मंडी लेकर जाएंगे। वहां पर उसका मूलधन भी वापस नहीं मिल रहा। लिहाजा फसल को खेत में ही नष्ट कर देना सही हैं। वहीं अगर बाजार में बिकने वाली गोभी की बात की जाएं तो नगर के बाजारों में फूलगोभी 10 से 15 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहीं हैं।