- 17 फुटेज ने पुलिस को पहुंचाया बदमाशों के करीब
- शातिर बदमाश वारदात के वक्त नहीं करते मोबाइल का प्रयोग
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: पुलिस अब बदमाशों को पकड़ने के लिये हाईटेक हो गई है। भले ही गांवों और मोहल्लों में पुलिस के मुखबिर कम होते जा रहे हैं लेकिन क्लोज सर्किट कैमरे अब पुलिस के लिये भरोसेमंद मुखबिर की तरह सामने आ गए हैं। जघन्य अपराध हो या फिर कोई अन्य घटनाएं सीसीटीवी कैमरे मददगार साबित हो रहे हैं।
इन कैमरों के दम पर पुलिस ने उन फर्जी मामलों को भी बेनकाब किया, जिनके कारण माहौल खराब होने की स्थिति बन जाती थी। शनिवार को गोपाल दी हट्टी की लूट के खुलासे में इन कैमरों ने पुलिस के लिये सटीक मुखबिरी का रोल अदा किया था।
बदमाशों ने शोरुम में लूट करने के बाद सोचा था कि डीबीआर और मोबाइल साथ ले जा रहे हैं सारे सबूत खत्म कर दिये हैं लेकिन बदमाशों का दिमाग उन सीसी कैमरों की तरफ नहीं गया जो कदम कदम पर पुलिस की मुखबिरी कर रहे थे। हाईटेक कैमरों ने दिखाया कि कैसे बदमाश लूट के बाद पैदल बेगमपुल की तरफ जा रहे हैं। इससे पहले किस तरह तिलक रोड पर खड़े होकर लूट होने का इंतजार कर रहे है।
पुलिस की दस टीमों ने शुक्रवार को दोपहर 12 बजे से लेकर शनिवार दोपहर बारह बजे तक 150 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाल लिया था। किस तरह बदमाश मुजफ्फरनगर से इंटरसिटी ट्रेन से कैंट स्टेशन उतरे और ई-रिक्शा से बेगमपुल आए। सीसी कैमरों में कैद हो गया था। जैसे ही रोडवेज से बदमाश बस में बैठे और फिर ई-रिक्शा में बैठने लगे तभी पास के कैमरों ने इन बदमाशों को कैद कर लिया।
यही नहीं बदमाशों की खतौली में भैंसी कट पर उतर कर शराब की दुकान में जाने और शराब लेकर अपने मोहल्ले में जाने की सारी गतिविधियां कैमरे में जब पुलिस को मिल गई तो पुलिस ने मुजफ्फरनगर पुलिस से संपर्क कर बदमाशों की सीडीआर के जरिये मिली लोकेशन के आधार पर गिरफ्तारी कर ली।
एसपी क्राइम अनित कुमार ने बताया कि हर कैमरे की फुटेज को खंगाला चुनौती भरा और समय लेने वाला काम होता है। एक कैमरे में क्लू मिलने के बाद उसी सड़क के आगे के कैमरों को खंगालने से बदमाशों तक पहुंचने की लाइन मिल जाती है। 150 कैमरे खंगाल कर उसमें से 17 फुटेज काम की निकली और वहीं बदमाशों तक ले गई।
सीसीटीवी कैमरों की सफलता
- केस-1
गत वर्ष शास्त्रीनगर डी-ब्लाक में रिटायर्ड हेड कांस्टेबल रतनसिंह की पत्नी कौशल सिरोही और धेवती तमन्ना की हत्या हुई। सीसीटीवी कैमरे में दामाद के दो साथी दिखाई दिए। तब जाकर नौचंदी पुलिस ने दामाद को उठाकर पूछताछ की और हत्या का खुलासा किया।
- केस-2
हस्तिनापुर में बैंक मैनेजर संदीप कुमार की पत्नी शिखा और पांच साल की बेटी की हत्या हुई। सीसीटीवी कैमरे में संदीप के जीजा हरीश स्कूटी पर जाते दिखाई दिए। तब जाकर पुलिस हत्यारोपी हरीश और उसके साथी गिरफ्तार हुए।
- केस-3
लिसाड़ी रोड पर साजिद की हत्या की गई। वारदात सीसीटीवी में कैद हुई और पुलिस ने खुलासा कर आरोपी गिरफ्तार किए।
- केस-4
नौचंदी क्षेत्र के जैदी फार्म में अमान की हत्या हुई। घटना के बाद भागते आरोपियों की तस्वीर सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई। जल्द ही वारदात का खुलासा हो गया।
- केस-5
सरधना निवासी रोडवेज की लिपिक सोनिका सोम लापता हुई थीं। उनका शव चार दिन बाद सरधना गंगनहर में मिला। सीसीटीवी कैमरे में सोनिका के दोस्त सनी चौधरी की तस्वीर दिखी थी। बाद में पता चला कि सोनिका की हत्या के बाद सनी ने खुद को गोली मारी।
- केस-6
कैंट स्थित इंटरनेशनल स्कूल के सामने गैस एजेंसी के कर्मचारियों पर फायरिंग करके बदमाशों ने 1.25 लाख रुपये लूटे थे। पुलिस को सीसीटीवी कैमरे में एजेंसी के एक पुराने कर्मचारी की तस्वीर दिखाई दी, जिससे पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा।
- केस-7
कमलानगर में बिल्डर प्रदीप गुप्ता की कोठी में नेपाली नौकर बल बहादुर ने अपने साथियों के साथ मिलकर लूट की वारदात की थी। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे देखकर बल बहादुर के दोनों साथियों का नाम पते लगा लिए थे।
- केस-8
आबुलेन स्थित होटल में केरल के दो परिवार को जर्मनी में नौकरी लगवाने के नाम पर बुलाकर लूटा। सीसीटीवी कैमरों की मदद से पुलिस नेटवर्क तक पहुंची।