- बड़ौत डिपो में बस में हुए हादसे की जांच रिपोर्ट सक्षम अधिकारियों को प्रेषित की
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: बीती 14 दिसंबर को बड़ौत डिपो की बस में गाजियाबाद क्षेत्र में हुई आग लगने की घटना की जांच कर रही टीम ने जनवाणी की खबर पर मुहर लगाते हुए माना कि ‘ब्रेक फेल सेफ मोड’ में बस को चलाने के कारण उसमें आग लगी थी। जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट उचित माध्यम से सक्षम अधिकारियों को प्रेषित कर दी है।
गौरतलब है कि बीती 14 दिसंबर को गाजियाबाद में हिंडन एयरपोर्ट के निकट बड़ौत डिपो की एक बस में आग लगने की एक घटना हुई थी। सौभाग्य से हादसे से पहले बस संख्या यूपी-30 एटी 2588 में सवार 19 यात्रियों को परिवहन निगम की अन्य बस में ट्रांसफर कर दिया गया था। आरएम केके शर्मा ने इस घटना की जांच एआरएम मेरठ डिपो जगदीश सिंह, डिपो के सीनियर फोरमैन और गढ़ डिपो के सीनियर फोरमैन को सौंपी थी।
जांच टीम ने मेरठ क्षेत्रीय कार्यशाला में लाई गई बस का मुआयना करते हुए पाया कि उसकी वायरिंग अभी तक सही सलामत है। जबकि गाजियाबाद एसएम की प्रारंभिक रिपोर्ट में वायरिंग में स्पार्क होने से आग लगने का अनुमान लगाया गया था। जिसके आधार पर मुख्यालय से बड़ौत डिपो के सीनियर फोरमैन को निलंबित कर दिया गया। जांच टीम ने जो रिपोर्ट मुख्यालय को प्रेषित की है, उसमें दैनिक जनवाणी के 20 दिसंबर के अंक में प्रकाशित न्यूज की पुष्टि हुई है।
जांच रिपोर्ट के मुताबिक ‘ब्रेक फेल सेफ मोड’ में बस को आगे बढ़ाना आग लगने का कारण बना है। इस तकनीक में प्रेशर ब्रेक सिस्टम में हैंडब्रेक चालू होने की स्थिति में नॉरमल प्रेशर आठ तक पहुंच जाता है। अगर यह किसी वजह से छह से नीचे आ जाता है, तो हैंडब्रेक अपने आप चालू हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में पिछले पहिए जाम हो जाते हैं, और प्रेशर बिल्कुल डाउन हो जाने पर वाहन को नहीं खींचा जा सकता।
जांच दल ने पाया कि प्रेशर चार के आसपास होने के कारण ‘ब्रेक फेल सेफ मोड’ चालू हो गया, जिसमें चालक ने लोड की ओर ध्यान दिए बगैर बस को धीमी गति से लोनी डिपो तक पहुंचाने का प्रयास किया। इसी प्रयास में घर्षण के कारण ड्रम इतने गर्म हुए, कि टायरों तक में आग लग गई, जिसके बार पूरी बस चपेट में आ गई।
इसके अलावा चालक ने बस को आगे न ले जाकर जकनीकी टीम का इंतजार करने संबंधी डिपो के निर्देश की अवहेलना की। इस जांच रिपोर्ट के आधार पर चालक को दोषी करार देने के चलते उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई होना निश्चित माना जा रहा है।
खुशखबरी: नए साल से राजधानी एक्सप्रेस चलाएगा परिवहन निगम
मेरठ: नए साल में उत्तर प्रदेश परिवहन निगम हर रीजन से राजधानी एक्सप्रेस बसों का नए लुक में संचालन शुरू करेगा। मेरठ रीजन की अगर बात की जाए, यहां बड़ौत-बागपत से मेरठ होते हुए वाया बरेली बस लखनऊ पहुंचेगी। और 12 घंटे में अपना सफर पूरा करेगी। मेरठ परिक्षेत्र के आरएम केके शर्मा ने बताया के इस संबंध में लखनऊ मुख्यालय स्तर पर तैयारियां तेजी से की जा रही हैं।
इसके अंतर्गत सभी रीजन के प्रबंधकों के साथ बैठक करते हुए प्रदेश स्तरीय अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्र से प्रस्तावित मार्ग के बारे में रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि नए साल में यह संचालन शुरू कराया जा सकता है। आरएम के अनुसार मेरठ परिक्षेत्र से जो मार्ग प्रस्तावित किया गया है, उसके अनुसार बड़ौत से वाया बागपत होकर शाम सात बजे बस का प्रदेश की राजधानी के लिए सफर शुरू होगा। जिसके बाद यह बस रात तक मेरठ पहुंचेगी।
यहां से यात्रियों को लेकर सभी बाइपास कवर करते हुए बरेली और शाहजहापुर में रुकेगी। जहां से चलकर सुबह सात बजे तक लखनऊ पहुंचेगी। इसी तरह बस लखनऊ से शाम सात बजे चलकर सुबह सात बजे बड़ौत-बागपत पहुंचेगी। आरएम केके शर्मा ने बताया कि राजधानी एक्सप्रेस सेवा के लिए नई बसें नए कलेवर में उपलब्ध कराई जाएंगी। इनका कलर और लोगो भी अलग होगा। निगम का प्रयास रहेगा कि इन बसों में सफर करने वाले यात्री आराम और सुविधा महसूस करेंगे।