अगर स्वास्थ्य अच्छा है तो मन भी अच्छा रहता है। सच है हैल्दी शरीर में हैल्दी मन रहता है। आप भी चाहते हैं हैल्दी रहना तो कुछ टिप्स पर ध्यान दें जिन्हें रोजमर्रा की जिंदगी में ढालकर आप भी हैल्दी एंड हैप्पी रह सकते हैं।
हैल्दी खाएं : दिन में 5 से 6 बार थोड़ा थोड़ा खाएं। खाद्य पदार्थ वही खाएं जिनमें रेशे की भरपूर मात्रा हो। जैसे दलिया, स्प्राउट्स, मोटे अनाज, ओट्स, गेहूं, दालें आदि। इनके सेवन से कोलेस्ट्राल सीमा में रहता है। सन फ्लावर सीड्स, फ्लैक्स सीड्स, हरी सब्जियों का सेवन नियमित करें। इनमें फॉलिक एसिड होता है जो कोलेस्ट्राल लेवल को कम रखता है।
प्रतिदिन 1-2 अखरोट और 8-10 बादाम खाएं। ओमेगा-3 का सेवन दिल के लिए अच्छा होता है इसलिए बादाम, बीन्स, फ्लैक्स सीड्स, मछली खाएं और सरसों के तेल का प्रयोग करें। पानी ढाई से तीन लिटर तक पिएं। फैट सीमित मात्र में खाएं ताकि दिल सुचारू क्रिया करता रहे। घी, बटर,चीज, रेड मीट बहुत ही सीमित मात्र में खाएं। चीनी, सफेद चावल, मैदा के स्थान पर गुड़, ब्राउन राइस और गेहूं, ओट्स से बने खाद्य पदार्थ खाएं। दिन भर में 3-4 चम्मच फैट लें, इसमें देसी घी, मक्खन, रिफाइंड आॅयल सभी शामिल हैं। ट्रांस फैट्स वनस्पति घी में ज्यादा पाए जाते हैं। इनका सेवन न करें। तेल को बार बार गर्म कर प्रयोग न करें। तेल को तेज गर्म कर उसमें सब्जी न पकाएं। इनमें ट्रांस फैट्स ज्यादा पैदा होते हैं।
कुछ अन्य बातों पर ध्यान दें
- प्रतिदिन कम से कम दस हजार कदम चलें।
- कमर का घेरा न बढ़ने दें। महिलाओं की कमर 32 इंच से ज्यादा नहीं होनी चाहिए और पुरूषों की 36 इंच से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
- प्रतिदिन गहरे लंबे सांस लें। अनुलोम-विलोम करें ताकि फेफड़ों में सांस लेने की क्षमता बढ़ सके। इससे बीपी भी कंट्रोल में रहेगा।
- प्रतिमाह 2 किलो वजन कम करने का टारगेट रखें। जल्दी या ज्यादा वजन कम न करें। इससे मेटाबॉलिज्म कम होगा और डाइटिंग छोड़ने पर वजन उससे भी ज्यादा बढ़ेगा।
- कॉर्डियो और स्टेÑथनिंग के लिए डबल, उठक बैठक, सूर्य नमस्कार, पुशअप्स करें। इससे बाजुओं ओर जांघों की मांसपेशियां स्ट्रांग होंगी।
- अपना नीचे का ब्लडप्रेशर 80 से कम रखें। दिल की धड़कन, खाली पेट शुगर, बैड कोलेस्ट्रॉल 80 से नीचे रखें।
- नमक कम खाएं और मीठा भी। सेहत ठीक रखने में इनका भी योगदान होता है।
डेस्क जॉब वाले रखें ध्यान - कंप्यूटर पर काम करते समय कमर को सीधा रखें। हाथों को कुर्सी के हैंडल का सपोर्ट दें।
- कमर को कुर्सी की बैक के साथ सटा कर रखें पर घुटनों को थोड़ा ऊपर कर रखें इसके लिए टेबल के स्पोर्ट रॉड पर पांव रखें।
- कंप्यूटर स्क्र न का ऊपरी हिस्सा डेस्क की उतनी ऊंचाई पर हो तो ताकि आप सामने देखकर काम कर सकें न की नीचा या ऊपर। इससे गर्दन में तकलीफ हो सकती है।
- हर 30 मिनट के अंतराल में आंखें झपकें, स्ट्रेच करें, गोल गोल घुमाएं और थोड़ी देर बंद कर के आराम दें।
- गर्दन, घुटनों, पैरों के बीच -बीच में व्यायाम करते रहें। गर्दन, पैर गोल गोल घुमाएं। इस क्रिया को धीरे-धीरे करें ताकि झटका न लगे। घुटनों को बीच-बीच में चलाते रहें। टांगें स्ट्रेच करते रहें ताकि शरीर के निचले भाग में रक्त संचार सुचारू ढंग से रहे।