- जेल से रिहा होने पर रालोद कार्ययाल पर स्वागत
जनवाणी ब्यूरो |
शामली: जिला पंचायत के वार्ड-19 से सदस्य पद के रालोद प्रत्याशी उमेश कुमार ने जेल से रिहा होने के बाद पुलिस पर सरकार के दबाव में आकर षडयंत्र के तहत सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग कर जेल भेज का आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि चुनाव में दूसरे प्रत्याशी को फायदा पहुंचने के लिए उनको जेल भेजा गया था, लेकिन अब लोकतांत्रित तरीके से लड़ाई को लड़ा जाएगा। रालोद नेता ने मतगणना में गडबड़ी की आशंका जताते हुए प्रशासन से निक्षपक्ष मतगणना कराए जाने की मांग की।
बुधवार को जिला पंचायत के वार्ड-19 से रालोद प्रत्याशी उमेश कुमार का जेल से रिहा होने के बाद रालोद कार्यालय पर फूलमालाओं से स्वागत किया। आदर्श मंडी थाना पुलिस ने गत 26 जनवरी को किसान आंदोलन को लेकर समर्थकों के साथ कलेक्ट्रेट पर ट्रैक्टर रैली निकालने के आरोप में उमेश कुमार समेत 9 नामजदों के अलावा 200-250 के खिलाफ मुकदमा दर्ज मुकदमें में उमेश कुमार को गत 24 अप्रैल को गिरफ्तार किया था।
उसके बाद न्यायालय ने उनको न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। अदालत से मंगलवार को उमेश कुमार को जमानत मिल गई थी। बुधवार को उनको मुजफ्फरनगर के गांव कवाल स्थित इंटर कालेज में बनाई गई अस्थाई जेल से रिहा किया गया।
इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए रालोद जिलाध्यक्ष योगेन्द्र सिंह चेयरमैन ने कहा कि उमेश कुमार को चुनाव प्रचार करते समय गांव करोड़ी के रास्ते से गिरफ्तार किया गया था। यह लोकतंत्र की हत्या है। संविधान में मिले अधिकारों को छीनने का प्रयास किया जा रहा है और किसानों तथा मजलूमों की आवाज को कुचला जा रहा है। सरकार दमनकारी नीति अपनाकर किसानों के संघर्षों को दबाने का काम कर रही है।
जिला पंचायत के वार्ड-19 से रालोद प्रत्याशी उमेश कुमार ने कहा कि उनको षडयंत्र के तहत सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग कर फंसाया गया है। उनको कवाल जेल में बंद रखा, जहां से भाजपा की जीत की लहर पूरे देश में चली थी, लेकिन अब वहां की जेल से बंद बेकसूर लोग बाहर आकर इस सरकार को उखाड़ फेंकने का भी काम करेंगे। उन्होंने प्रशासन से आगामी 2 मई को निष्पक्ष तरीके से मतगणना कराने की मांग की। साथ ही, चेताया कि अगर पुलिस प्रशासन ने मतगणना में कोई गडबड़ी की गई तो रालोद सड़कों पर उतकर जवाब देगा।