- अदानी समूह के लेनदेन पर जेपीसी से जांच कराने की मांग का सौंपा ज्ञापन
जनवाणी ब्यूरो |
लखनऊ: अडानी प्रकरण पर संयुक्त संसदीय समिति जेपीसी से या सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश से विस्तार से जांच कराने की मांग को लेकर कांग्रेस पार्टी सदन से लेकर सड़क तक लगातार संघर्ष कर रही है। सोमवार को यूपी कांग्रेस से लेकर प्रदेश के कई जनपदों में अदानी मुद्दे को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क पर उतरे और अपना विरोध प्रदर्शन जताते हुए ज्ञापन सौंपा।
सोमवार कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व के आह्वन पर तथा प्रदेश कांग्रेस के निर्देश पर परिवर्तन चौक से कांग्रेसजन प्रांतीय अध्यक्ष पूर्व मंत्री नकुल दुबे, प्रदेश कोषाध्यक्ष शिव पाण्डेय, प्रदेश महासचिव दिनेश सिंह, पूर्व विधायक सतीश अजमानी, श्याम किशोर शुक्ला, इन्दल रावत, मीडिया संयोजक अशोक सिंह, जिलाध्यक्ष वेद प्रकाश त्रिपाठी के नेतृत्व में पैदल मार्च करते हुए भारतीय स्टेट बैंक मुख्यालय की ओर बढे। इस दौरान उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर तैनात भारी पुलिस बल ने कांग्रेसजनों को रोंक लिया।
जिसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ता बाबू केडी सिंह स्टेडियम के पास धरने पर बैठ गये। अंत में महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन पुलिस कमिश्नर लखनऊ को सौंपा गया।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता कृष्णकांत पाण्डेय ने जानकारी देते हुए बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा अडानी समूह में एलआईसी एवं एसबीआई जैसे सरकारी संस्थानों के बेहद जोखिम भरे लेनदेन और निवेश ने भारत के निवेशकों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। इस मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी सदन में चर्चा करने के लिए जहां एक तरफ संघर्षरत है वहीं सड़क पर हर स्तर पर आंदोलन करने का निर्णय लिया है, जिसके तहत हम कांग्रेसजन सड़क पर हैं।
पाण्डेय ने आगे कहा कि केन्द्र सरकार सदी के सबसे बड़े घोटाले अडानी घोटाले पर चुप्पी साधे हुए है। जबकि वैश्विक स्तर पर आर्थिक छवि को लेकर कांग्रेस चिन्तित है। पूरे देश में आर्थिक अव्यवस्था को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। लाखों करोड़ रूपये के ऋण का एक बड़ा हिस्सा बिना किसी संपत्ति के आधार पर अडानी समूह को देना क्या सरकार की नीयत पर सवाल नहीं खड़ा करता है? प्रवक्ता कृष्णकांत पाण्डेय ने आगे बताया कि कांग्रेस पार्टी संयुक्त संसदीय समिति, जेपीसी से जांच या सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट की विस्तार से निष्पक्ष जांच की मांग कर रही है।
.सरकार को इससे क्या दिक्कत है? जाहिर है कि कहीं न कहीं सरकार अडानी के साथ मिली हुई है इसलिए इस घोटाले की जांच से घबरा रही है। प्रदर्शन में कृष्णकांत पाण्डेय, पंकज तिवारी, शैलेंद्र तिवारी, विकास श्रीवास्तव, अनुराग दीक्षित मुन्ना, बृजेन्द्र सिंह, राजेश सिंह काली, डॉ. रेहान अहमद खान, रूद्र दमन सिंह बब्लू, सोमेश सिंह चौहान, समीर श्रीवास्तव, आदि प्रमुख रहे।