- 16 जनवरी को जनपदभर में निकाला जाएगा ट्रैक्टर मार्च
जनवाणी ब्यूरो |
शामली: केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन नए कृषि कानूनों का विरोध करते हुए भारतीय किसान यूनियन ने कृषि कानूनों की प्रतियां जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने नारेबाजी करते हुए कृषि कानूनों को काला कानून बताया। साथ ही चेतावनी दी कि यदि सरकार कानून वापस नहीं लेती तो 16 जनवरी को भाकियू ट्रैक्टर जुलूस निकालेगी जो 26 जनवरी गणतंत्र दिवस की रिहर्सल होगी।
बुधवार को भाकियू के पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामली शहर के मुजफ्फरनगर रोड स्थित पुराने बस स्टैंड पर इकट्ठा हुए। यहां से पैदल मार्च निकालते हुए सभी कार्यकर्ता शहर के गुरुद्वारा तिराहे पर पहुंचे। जहां भाकियू ने नए कृषि कानूनों का विरोध करते हुए नारेबाजी की। उन्होंने कृषि कानूनों की प्रतियों जलाकर विरोध प्रदर्शन करते हुए कानूनों को वापस लेने की मांग की।
भाकियू के प्रदेश प्रवक्ता कुलदीप पंवार ने कहा कि तीन कृषि कानूनों के विरोध में पिछले 49 दिनों से लगातार दिल्ली बोर्डर पर किसान आंदोलन कर रहे हैं। किसान संगठनों ने तीनों कृषि कानूनों को काला कानून बताया है। भाकियू हाईकमान के आदेश पर प्रदेशभर के सभी जिला मुख्यालयों पर तीनों कृषि कानूनों की प्रतियां जलाई जा रही है। उसी के चलते कृषि कानून की प्रतियां जलाई गई है।
उन्होंने कहा कि आगामी 16 जनवरी को सैंकड़ों ट्रैक्टरों के साथ शामली जिले में मार्च निकाला जाएगा। जो करनाल पुल, पानीपत पुल, थानाभवन, बनत सहित जिले के मुख्य स्थानों से शुरू होकर शामली कलक्ट्रेट में जाकर संपन्न होगा। यह ट्रैक्टर मार्च 26 जनवरी गणतंत्र दिवस का रिहर्सल होगा। जिसमें दिखाया जाएगा कि गणतंत्र दिवस में किसी तरह किसान अपने ट्रैक्टर लेकर दिल्ली पहुंचेगा।
इस मौके पर मा. जाहिद, सतपाल पहलवान, पप्पू भारसी, दीपक शर्मा, राजन जावला, योगेंद्र पंवार, अशोक कुमार, गुडडू बनत, अनुज बनत, गुलफाम मंसूरी, शहजाद राव, दिलभर आदि मौजूद रहे। वहीं किसान यूनियन पदाधिकारियों ने कुडाना रोड पर कृषि कानून की प्रतियां जलाई। यहां राष्ट्रीय महासचिव संजीव लिलौन, अमित निर्वाल, कवि, अनुज निर्वाल, साकेत निर्वाल, विपुल निर्वाल, रजत, भंवर सिंह, सिद्धार्थ, सोमनाथ आदि मौजूद रहे।