- अस्पतालों में खाली हैं बेड, आक्सीजन की किल्लत भी हुई कम
वरिष्ठ संवाददाता |
सहारनपुर: कोरोना की दूसरी लहर धीरे धीरे ही सही, अब कम हो रही है। मौत के आंकड़े कम हो रहे हैं। साथ ही अब पहले जैसे विकट हालात भी नहीं हैं। अब अस्पतालों में बेड की मारामारी खत्म हो चुकी है। तीमारदार दुकानों पर रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए दौड़ नहीं लगा रहे। हालात सामान्य की ओर हैं। आक्सीजन की किल्लत भी समाप्त हो गई है।
मई माह के शुरू में ही कोरोना का कहर बरपने लगा था। पूरे जिले में हाहाकार मच गया था। पंचायत चुनाव के खत्म होते ही तो गांव में भी संक्रमण बड़ी तेजी से फैला। 9-10 मई के आसपास कोरोना के करीब 1500 केस एक ही रोज में मिले थे। कोरोना संक्रमण से मरीजों की संख्या के साथ ही प्रतिदिन होने वाली मौतों की संख्या भी बढ़ रही थी। इन हालातों ने शहर वासियों के साथ गांव वालों को भी दहशत में ला दिया था।
आखिरकार प्रशासन ने सख्ती की। व्यवस्थाएं दुरुस्त की जाने लगीं। निगरानी समितियों को सक्रिय किया गया। इसके बाद जिले के हालातों में सुधार होने लगा। नतीजा सामने है। कोरोना के केस कम होने लगे हैं। इसी के साथ ही मौत का आंकड़ा भी कम हो गया है। अब कोविड अस्पतालों में आक्सीजन पर्याप्त मात्रा में है और बेड भी खाली हैं।
ये है अस्पतालों में शैय्या की उपलब्धता
राजकीय मेडिकल कॉलेज
कुल बेड —-300
खाली ——-252
जीवन ज्योति हॉस्पिटल
कुल बेड —-20
खाली ——-18
मेगा केयर हॉस्पिटल
कुल बेड —-33
खाली ——-28
टीबी हॉस्पिटल
कुल बेड —-50
खाली ——-45
फतेहपुर सीएचसी
कुल बेड —-50
खाली ——-42
महावीर हॉस्पिटल
कुल बेड —-30
खाली ——-26
नानौता सीएचसी
कुल बेड —-50
खाली ——-48
अंबेहटापीर सीएचसी
कुल बेड —-50
खाली ——-40
भारत चेरिटेबल हॉस्पिटल
कुल बेड —-30
खाली ——-26
पांडेय मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल
कुल बेड —-07
खाली ——-02
जगदम्बा हॉस्पिटल
कुल बेड —-20
खाली ——-07
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डाक्टर सुनील वर्मा का कहना है कि लगातार मरीजों की संख्या घट रही है। इसकी वजह लोग सतर्क हैं। कोविड नियमों का पालन कर रहे हैं। साथ ही वैक्सीनेशन भी तेजी से हो रहा है। आगे और ज्यादा हालात सुधरे हुए नजर आएंगे।