- कमाई का जरिया बन रहे नशा मुक्ति केंद्र, मानक भी नहीं पूरे, जगह-जगह खुल रहे केंद्र
- न काउंसलर न ही कोई चिकित्सक
- कुछ दिनों पहले ही टीपीनगर के एक नशा मुक्ति केंद्र में हुई थी युवक की हत्या
विनोद फोगाट
मेरठ: नशा छुड़ाने के नाम पर खोले जा रहे नशा मुक्ति केंद्रों में मानकों के विपरीत काम किया जा रहा है। हालात ऐसे है कि बिना पंजीकरण के भी नशा मुक्ति केंद्र खोलकर नशा करने वालों को भर्ती किया जा रहा है। न ही इनमें रहने के लिए समुचित व्यवस्था है और न ही कोई काउंसलर और चिकित्सक है।
हाल ही में टीपीनगर थाना क्षेत्र के शिवपुरम स्थित एक नशा मुक्ति केंद्र में हुई युवक की हत्या के बाद भी न तो प्रशासन ही कोई सुध ले रहा है और न ही नशा मुक्ति केंद्र संचालक सबक ले रहे है। हालांकि शिवपुरम स्थित नशा मुक्ति केंद्र में हुई युवक की हत्या के बाद एसपी सिटी ने शहर के सभी नशा मुक्ति केंद्रों का ब्यौरा मांगा था जो अभी तक अधर में ही लटका हुआ है।
विदित है कि करीब दो माह पहले टीपीनगर थाना क्षेत्र के शिवपुरम स्थित शिव नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती एक युवक की उसके ही साथियों ने हत्या कर दी थी। इसके बाद दोनों हत्यारोपी कमरे का दरवाजा तोड़कर पड़ोसी की छत से कूदकर फरार हो गए थे।
मौके पर पहुंचे एसपी सिटी विनीत भटनागर ने नशा मुक्ति केंद्र की जांच पड़ताल की तो उसमे एक भी मानक पूरा नहीं पाया गया था। जिसके बाद एसपी सिटी ने शहर के सभी नशा मुक्ति केंद्रों का ब्योरा मांगा था। लेकिन अभी तक शहर में जगह-जगह बिना पंजीकरण के खुल रहे नशा मुक्ति केंद्र के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई। ऐसा ही एक नशा मुक्ति केंद्र रोहटा रोड स्थित नंद विहार कॉलोनी में है।
इस नशा मुक्ति केंद्र पर न तो कोई बोर्ड है और न ही अन्य कोई सुविधा है। कुछ लोगों से इस संबंध में बात की गई तो इस नशा मुक्ति केंद्र न कोई कांउसलर है और न ही कोई चिकित्सक है। इसके बावजूद इस नशा मुक्ति केंद्र में नशा छुड़ाने के लिए लोगों को भर्ती किया जा रहा है।
मानक की बात करें तो इस नशा मुक्ति केंद्र के कमरों हवा के लिए खिड़की की कोई व्यवस्था नहीं है और कोरोना प्रोटोकाल का भी कोई पालन नहीं किया जा रहा है। लोगों ने अब नशा छुड़ाने के नाम पर किराए की बिल्डिंग लेकर जगह-जगह नशा मुक्ति केंद्र खोल दिए है।
नशा छुड़ाने वाले लोगों के परिजनों से मोटी रकम वसूल रहे है। वहीं, एसपी सिटी विनीत भटनागर का कहना है कि शहर के नशा मुक्ति केंद्रों का ब्योरा मांगा गया है। जिन नशा मुक्ति केंद्रों का पंजीकरण नहीं है उनके खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।