- प्रशासन ने किए कडे सुरक्षा के बंदोबस्त
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: जुमे की नमाज को लेकर पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हो गया है। भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा की पैगंबर पर की गई टिप्पणी को लेकर प्रदेश के कई हिस्सों में हुई हिंसक झड़पों को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये हैं। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने बैठक कर शुक्रवार के लिये रणनीति तैयार की। वहीं एडीजी से लेकर एसएसपी ने पैदल मार्च भी किया।
जुमे की नमाज को लेकर पिछली बार मेरठ में पूरी तरह से शांति रही थी जबकि सहारनपुर में जमकर बवाल हुआ था। इसको देखते हुए जिलाधिकारी दीपक मीणा और एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने अधीनस्थों की बैठक ली और दिशा निर्देश दिये कि जुमे की नमाज से पहले धार्मिक स्थलों के आसपास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये जाएं और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए।
पुलिस ने ड्रोन के जरिये संवेदनशील इलाकों में फोटोग्राफी कराई और इस बात को पुख्ता किया कि छतों पर कहीं र्इंट और पत्थर तो जमा करके नहीं रखे गए है। शाम को एडीजी राजीव सभरवाल, आईजी प्रवीण कुमार, डीएम दीपक मीणा और अन्य पुलिस अधिकारियों ने पैदल मार्च किया। वहीं पुलिस अधिकारियों ने शहर काजी प्रोफेसर जैनुल साजिदीन से भी बात की।
जमीयत की बैठक में आपसी भाईचारे पर हुई बात
जमीयत उलेमा ए हिन्द की शहर इकाई की बैठक गुरुवार को गुदड़ी बाजार स्थित पीपल वाली मस्जिद में हुई जिसमें जुमे को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में पुलिस अधिकारी भी शामिल हुए। नायाब शहर काजी जैनुल राशेदीन की अध्यक्षता में हुई बैठक में लोगों से अपील की गई कि जिस प्रकार पिछले जुमे पर सभी ने शांति से जुमे की नमाज अदा की, इसी प्रकार आज भी पूरी शांति के साथ नमाज की अदायगी करनी है।
बैठक के दौरान जमीयत कार्यकर्ताओं ने पुलिस प्रशासन को इस बात का भरोसा दिलाया कि जुमे के दिन हर स्तर पर अमन चैन कायम रखने के लिए जमीयत पदाधिकारी खुद सड़कों पर मौजूद रहेंगे। बैठक का संचालन जमीयत के महामंत्री कारी सलमान ने किया। इस मौके पर हाजी शीराज रहमान, हाजी इमरान सिद्दीकी, हाजी हनीफ कुरैशी, हाजी इरशाद, हाजी हारुन, राशिद एडवोकेट, मुफ्ती अफीफुल्लाह, मौलाना मुईन अख्तर व मौलाना सैफुल्लाह सहित कई जमीयत पदाधिकारी मौजूद थे।
…लो जनाब! अब राशन डीलर करेंगे प्रदर्शकारियों की ‘मुखबिरी’
जुमे की नमाज को लेकर पुलिस प्रशासन एक बार फिर हाई अलर्ट पर है। पूर्व की भांति जिले को 5 जोन व 13 सेक्टरों में बांटा गया है। नमाज को लेकर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त हैं। सभी मस्जिदों के बाहर खाकी का जबरदस्त पहरा होगा। उधर, एक ओर जहां बजरंग दल ने प्रशासन की सिरदर्दी बढ़ा दी है वहीं उलेमाओं ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
दरअसल, प्रशासन जुमे के दिन को किसी चेलेंज से कम नहीं आंक रहा है। नुपुर शर्मा के बयान के बाद पैदा हुए हालातों के मद्देनजर प्रशासन हर कदम फूंक फंू क कर रख रहा है। यही कारण है कि प्रशासन हर स्तर पर लोगों का सहयोग लेने से पीछे नहीं है। इसके मद्देनजर प्रशासन ने बुधवार शाम को खाद्य विभाग के साथ साथ सिविल डिफें स के अधिकारियों की एक बैठक बुलाई थी।
बैठक में अधिकारियों ने खाद्य विभाग के अफसरों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वो जुमे पर व्यवस्थाएं बनाने के लिए राशन डीलरों की भी मदद लें। अधिकारियों का मानना है कि राशन डीलर अपने क्षेत्र के अधिकतर लोगों को बखूबी जानते हैं। उन्हे अपने इलाके के उन लोगों की भी शिनाख्त रहती है जो आन्दोलनों में हिस्सेदार बनते हैं।
इसके मद्देनजर प्रशासन चाहता है कि जुमे की नमाज के दौरान राशन डीलर मस्जिदों के बाहर तैनात रहें और एसे ही आन्दोलनकारियों पर नजर रखें और यदि यह कहीं कुछ भी करते हैं तो इसकी सूचना फौरन अधिकारियों तक पहुंचाएं। इसके साथ साथ प्रशासन सिविल डिफेंस के कर्मचारियों की भी मदद लेगा।
बजरंग दल ने बढ़ाई प्रशासन की सिरदर्दी
जुमे से एक दिन पहले ब्रहस्पतिवार को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए प्रदर्शन ने भी जिला प्रशासन के माथे पर बल डाल दिए हैं। प्रशासन को इस बात का डर भी सता रहा है कि कहीं जुमे के दिन कुछ संगठन कोई ऐसी वैसी हरकत न कर बैठें जिससे अमन पर आंच आ जाए। इसलिए प्रशासन हर स्तर पर फूंक फंूक कर कदम रख रहा है। गौरतलब है कि बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने ब्रहस्पतिवार को अपने छह प्रांतों के लगभग सवा सौ स्थानों पर जोरदार प्रदर्शन कर अपना विरोध व्यक्त किया था।
अमन को आंच न आने पाए: शहर काजी
शहर काजी प्रो. जैनुस साजेदीन सिद्दीकी ने शहर के मुसलमानों से अपील की है कि वो जुमे की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से अदा करें। उन्होंने अपने एक बयान में कहा है कि शहर में धारा 144 लागू है इसलिए कोई भी ऐसा कार्य न करें जिससे अमन पर जरा भी आंच आए। शहर काजी ने अमन कायम रखने के लिए सभी लोगों से साझा प्रयास की अपील की है।
जुमे को बदनाम न होने दें: कारी शफीक
आॅल इण्डिया मिल्ली काउंसलि के शहर अध्यक्ष कारी शफीकुर्रहमान कासमी ने प्रेस को जारी अपने बयान मे कहा है कि जुमे का दिन इबादत का दिन है, इसको बदनाम करने का जरिया न बने। उन्होंने कहा कि यदि कोई विरोध प्रदर्शन करना है तो पहले प्रशासन की अनुमति लें और पूरी तरह से शांतिपूर्ण ढंग से इसे अंजाम दें और इसके लिए जुमे का दिन भी न चुनें।