जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: राज्य के खुफिया विभाग ने किसान आंदोलन में हिंसा होने का अंदेशा जताया है। पश्चिमी यूपी के जिला गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मथुरा, मेरठ आदि से किसान पिछले कुछ दिनों से आंदोलन में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली की तरफ जा रहे हैं।
किसानों ने कई जगहों पर दिल्ली-यूपी मार्ग जाम कर दिया है। इसको लेकर खुफिया विभाग को सतर्क कर दिया गया है। वहीं, विभाग ने उच्चाधिकारियों को पिछले दो दिनों में तराई व पूर्वांचल के किसानों के भी आंदोलन में जुड़ने का इनपुट दिया है।
सूत्रों का कहना है कि दिल्ली में प्रवेश को लेकर संघर्ष में स्थिति आ सकती है इसलिए खास सतर्कता बरते जाने की सलाह दी गई है। डीजीपी मुख्यालय से एनसीआर परिक्षेत्र व पश्चिम यूपी के कई अन्य जिलों में पीएसी तैनात कर दी गई है।
जोन व रेंज स्तर के पुलिस अफसरों के साथ ही जिलों के पुलिस कप्तानों को इस दिशा में सतर्क रहने को कहा गया है। रेलवे स्टेशनों व बस अड्डों पर भी सुरक्षा इंतजाम पुख्ता रखने के निर्देश दिए गए हैं। एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि स्थिति सामान्य है, लेकिन सतर्कता बरती जा रही है।
किसान आंदोलन से यूपी और दिल्ली के बीच बसों का संचालन प्रभावित हो रहा है। गाजियाबाद के क्षेत्रीय प्रबंधक अखिलेश कुमार सिंह के अनुसार यूपी से दिल्ली आने वाली बसें सिर्फ कौशांबी बस अड्डे तक आ रही हैं।
खुफिया विभाग, क्राइम ब्रांच और एसओजी कर रही निगरानी
उधर, यूपी गेट पर शांतिपूर्ण चल रहे किसान आंदोलन में उपद्रवी शामिल न हो, इसके लिए प्रशासन अलर्ट है। खुफिया विभाग, क्राइम ब्रांच, एसओजी और सादी वर्दी में पुलिसकर्मी लगातार निगरानी में लगे हुए हैं। बाडी वार्मर कैमरा, ड्रोन और सीसीटीवी से धरनास्थल का जायजा लिया जा रहा है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी धरनास्थल पर डेरा डाले हुए हैं। आईजी मेरठ प्रवीण कुमार खुद ही इसकी मानीटरिंग कर रहे हैं। किसान भी पुलिस का सहयोग कर रहे हैं।
शुक्रवार शाम करीब पौने पांच बजे आईजी प्रवीण कुमार यूपी गेट पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने धरनास्थल पर खुफिया विभाग को अलर्ट किया हुआ है। खुफिया विभाग के कर्मचारी किसानों के बीच में रहकर पल पल की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं।
इसके साथ ही पुलिस ने क्राइम ब्रांच की टीम, एसओजी और सादी वर्दी में पुलिसकर्मियों को तैनात किया हुआ है। वह किसानों के बीच घूमने वाले असामाजिक तत्वों पर नजर रख रहे हैं। वहीं ड्रोन, सीसीसीटीवी कैमरे और बॉडी वॉर्मर कैमरे से भी निगरानी की जा रही है। आईजी मेरठ जोन प्रवीण कुमार खुद इसकी मानीटरिंग कर रहे हैं। इसके लिए वह पुलिस के आलाधिकारियों से इसकी जानकारी ले रहे हैं।
किसान भी कर रहे हैं पुलिस की मदद
किसान आंदोलन के बीच कोई उपद्रवी घुसकर माहौल न खराब करे, इसके लिए किसानों ने अपने वालंटियर लगाए हुए हैं। किसान पुलिस का पूरा समर्थन कर रहे हैं। वह लगातार अपने किसानों से शांतिपूर्ण आंदोलन करने की अपील कर रहे हैं। इसके लिए राकेश टिकैत ने भी किसानों से शांतिपूर्ण आंदोलन कर अपनी मांगें मनवाने की अपील की है। किसानों ने पूर्व में दो जेबकतरों को भी पकड़कर पुलिस को सौंपा था।
मुस्तैद रहे पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी
किसानों की संख्या को देखते हुए एतिहातन पुलिस बल तैनात किया गया है। एक कंपनी आरआरएफ, दो कंपनी पीएसी, कई थानों का फोर्स लगाया गया है। इसके साथ ही एडीएम सिटी शैलेंद्र सिंह, एसडीएम डीपी सिंह, विनय सिंह, एसपी सिटी ज्ञानेंद्र सिंह, अभिषेक वर्मा, रामानंद कुशवाहा, सीओ इंदिरापुरम अंशु जैन, सीएफओ सुनील सिंह, मुस्तैद रहे। डीएम अजय शंकर पांडेय और एसएसपी कलानिधि नैथानी ने भी निरीक्षण कर जायजा लिया।
किसानों आंदोलन का माहौल कोई उपद्रवी या असामाजिक तत्व खराब न करे, इसके लिए विशेष निगरानी की जा रही है। किसानों की सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात है। किसानों से अपील है कि वह किसी भी अराजक तत्वों को अपने बीच न आने दें। एडीजी, आईजी और एसएसपी खुद इसकी मानीटरिंग कर रहे हैं। – ज्ञानेंद्र सिंह, एसपी सिटी