- अखिल भारतीय जैन ज्योतिषाचार्य परिषद दिल्ली का हुआ द्वितीय अधिवेशन
जनवाणी संवाददाता |
बड़ौत: अखिल भारतीय जैन ज्योतिषाचार्य परिषद दिल्ली का द्वितीय अधिवेशन 24 समोशरण पूजा भक्ति तीर्थ सोनागिर जी में 27 फरवरी को हुआ। इसमें धर्म प्रभाविका क्षुल्लिका श्री 105 पूजा भूषण माता जी, व शक्ति भूषण माता जी के सानिध्य में गणिनी प्रमुख आर्यिका श्री 105 कीर्तिमति माता जी, आर्यिका श्री 105 प्रसन्नमति माता जी मौजूद रहीं।
बड़ौत निवासी ज्योतिषी धीरज जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि अधिवेशन में अधिवेशन के प्रथम सत्र में परिषद के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष पारस चैनल फेम ज्योतिषाचार्य रवि जैन गुरुजी दिल्ली की अध्यक्षता में महामंत्री हुकम चंद जैन ग्वालियर सहित लकी ड्रा के माध्यम से पांच सदस्यों मंचासीन होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
ध्वजारोहण का सौभाग्य परिषद के कोषाध्यक्ष सुमेर चंद जैन दिल्ली को मिला। आचार्य श्री 108 विद्याभषण सन्मति सागर जी महाराज के चित्र का अनावरण राकेश जैन आजाद नगर दिल्ली ने किया। दीप प्रज्वलन राष्ट्रीय कार्यक्रम संयोजक विमल जैन जबलपुर ने किया। कार्यक्रम में मंगलाचरण सचिन जैन टेहरका ने किया।
महामंत्री हुकम चंद जैन व विकास जैन ग्वालियर ने उपस्थित सभी सदस्यों को तिलक, बैज वह गोपाचल पर्वत के पारसनाथ भगवान की प्रतिमाओं का स्मृति चिन्ह देकर सभी का अभिवादन किया। इस अधिवेशन मेें विद्वान ज्योतिषाचार्यों ने कब और कैसे होगा भाग्योदय विषय पर बड़ी ही सरलता से अपने विचार प्रस्तुत किये।
परिषद के अध्यक्ष रवि जैन गुरुजी दिल्ली द्वारा जैन ज्योतिष के द्वारा समस्याओं के निदान के विषय में विस्तृत रूप से विवेचन किया गया। उन्होंने अपने व्यक्तव्य में बताया कि ज्योतिष में किस प्रकार हम शुभ मुहूर्त, शुभ योग का उपयोग करके कैसे अपने कार्य को सुगम कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं और किस प्रकार हम स्वयं का भाग्य उदय कर सकते है।
इस मौके पर काफी संख्या में विद्वानों ने विचार रखे। मंजुला जैन उज्जैन, जयेन्द्र कीर्ति उज्जैन, विकास जैन ग्वालियर, सचिन जैन टेहरका, सुमेर चन्द जैन दिल्ली, डीके जैन दिल्ली, एम के जैन इन्दौर आदि ज्योतिषाचार्यों ने इस विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किये।