- शहरी/कस्बों में राजस्व वसूली बढ़ाने, विद्युत लाइन हानियों पर अंकुश लगाने के लिए मास रेड
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लि. की प्रबन्ध निदेशक चैत्रा वी. ने मंगलवार को बलवन्त नगर, साकेत आदि क्षेत्रों के अन्तर्गत विद्युत नगरीय वितरण खंड द्वितीय मेरठ के घरेलू सिंगल फेस, थ्री फेस मीटर, कामर्शियल मीटर, नेट मीटरिंग, लो कन्जप्शन वाले मीटरों का मौके पर औचक निरीक्षण किया। अध्यक्ष उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लि. लखनऊ द्वारा शहरी/कस्बों में राजस्व वसूली बढ़ाने, विद्युत लाइन हानियों पर अंकुश लगाने के लिए मॉस रेड करने एवं सभी उपभोक्ताओं को रीडिंग आधारित सही बिल उपलब्ध कराने के निर्देश के अनुपालन में यह कार्रवाई की गई।
बलवन्त नगर क्षेत्र में घरेलू उपभोक्ताओं के मीटरों का निरीक्षण किया। वहां उपस्थित उपभोक्ताओं से बातचीत की तथा रीडिंग आधारित बिल मिलने की जानकारी ली। कर्मियों को सही बिल, सही समय पर निर्गत करने के निर्देश दिए। जिससे उपभोक्ता बिलों का आसानी से भुगतान कर सकें। साकेत क्षेत्र में कामर्शियल संयोजनों को चेक किया गया। मीटर सम्बन्धित समस्याओं के शीघ्र निस्तारण करने के निर्देश सम्बन्धित कर्मियों को दिए गए। मौके पर सभी उपभोक्ताओं की रीडिंग सही पाई गई।
प्रबन्ध निदेशक ने मौके पर बिल सम्बन्धित, मीटर सम्बन्धित समस्याओं का शीघ्र निस्तारण करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने डबल मीटरिंग, नेट मीटरिंग समेत 10 किलोवाट से अधिक भार वाले उपभोक्ताओं के मीटर भी चेक किए। निरीक्षण के दौरान अधीक्षण अभियन्ता (एचआर), अधिशासी अभियन्ता विद्युत नगरीय वितरण खंड द्वितीय के साथ उपखंड अधिकारी विद्युत नगरीय वितरण उपखंड-द्वितीय/चतुर्थ आदि अधिकारी उपस्थित रहे।
6030 शिकायतों में 5905 का मौके पर निस्तारण
पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लि. की प्रबन्ध निदेशक, चैत्रा वी. के निर्देशन में मंगलवार प्रात: 10 बजे से 12 बजे तक ऊर्जा भवन मुख्यालय में संभव कार्यक्रम के तहत जन-सुनवाई आयोजित हुई। जन-सुनवाई में विद्युत बिल से सम्बन्धित दो आवेदन जनपद बिजनौर एवं अमरोहा से प्राप्त हुए। जिन्हें अधिकारियों ने सुनकर, निस्तारण के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए। इस बीच संभव कार्यक्रम के अन्तर्गत सोमवार को समस्त 33/11 केवी उपकेन्द्रों पर प्रात: वितरण खंडों और मंडल कार्यालयों में विद्युत उपभोक्ताओं की समस्याएं सक्षम अधिकारियों ने सुनीं। कुल 6030 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिसमें से 5905 शिकायतों का निस्तारण मौके पर कर दिया गया।