- प्रस्ताव बनाकर भेजा, 9.20 करोड़ सालाना खर्च हो रहे हैं ट्रीटमेंट प्लांट पर
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) 13 ट्रीट प्लांट नगर निगम को हैंडओवर करेगा। इसका प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा हैं। वैसे तो कई बार प्राधिकरण ट्रीटमेंट प्लांट को हैंडओवर करने के लिए प्रस्ताव कर चुका हैं, लेकिन नगर निगम ट्रीटमेंट प्लांट लेने को तैयार नहीं है। अब मेडा अपनी कॉलोनी तो नगर निग के हैंडओवर कर चुका हैं, लेकिन ये ट्रीटमेंट प्लांट हैंडओवर किये जा रहे हैं। करीब इन का वार्षिक खर्च 9.20 करोड़ बैठता हैं।
इसका पूरा भार मेडा पर ही पड़ रहा हैं । ये एक तरह से मेडा के लिए सफेद हाथी साबित हो रहे हैं। क्योंकि इनके मेटीनेंस पर भी खर्च हो रहा हैं। अब प्राधिकरण उपाध्यक्ष अभिषेक पांडेय ने नगर निगम अफसरों को ट्रीटमेंट प्लांट हैंडओवर करने के लिए सहमत कर लिया हैं। इसके बाद फिर से ट्रीटमेंट प्लांट को हैंडओवर करने की तेजी से प्रक्रिया चल रही हैं। इसका प्रस्ताव बनाकर शासन को भी भेज दिया गया हैं, ताकि शासन स्तर से भी इसकी अनुमति ली जा सके। अब मेडा अफसरों को ट्रीटमेंट प्लांट के हैंडओवर होने के बाद बड़ी राहत मिलेगी।
नौ करोड़ जो सालाना इस पर खर्च हो रहे हैं, इन पर रोक लग जाएगी। फिर मेडा की आर्थिक स्थिति पर जो भार पड़ रहा हैं, वो कम होगा। इससे मेडा को राहत मिलेगी। प्राधिकरण के ट्रीटमेंट प्लांट का वैसे तो गंदा पानी ट्रीट कर फिर से गंदे नाले में बहा दिया जाता हैं। फिर से ये ट्रीट हुआ पानी गंदे पानी में मिलकर खराब हो जाता हैं। नाले का पानी पहले से ही खराब होता हैं। इसको भी ट्रीट किया जाना चाहिए, जिसके बाद ही काली नदी में ये पानी गिराया जाना चाहिए। इससे काली नदी के अस्तित्व को भी बचाया जा सकता हैं।