जनवाणी संवाददाता |
बड़ौत: जिला आर्य प्रतिनिधि सभा बागपत की साधारण सभा की हुई बैठक में सभा को भंग कराने के षड़यंत्र पर चर्चा हुई। जिला सभा मंत्री रिपुदमन सिंह ने कहा कि जिला आर्य प्रतिनिधि सभा बागपत की वर्तमान कार्यकारिणी इसी साल19 जनवरी 2020 को वार्षिक चुनाव प्रक्रिया के अंतर्गत सर्वसम्मति गठित हुई थी।
उन्होंने कहा कि अब कुछ स्वार्थी लोगों ने अपनी नई कार्यकारिणी का गठन कर लिया है। सोमवार को उत्तर प्रदेश आर्य प्रतिनिधि सभा ने पत्र जारी करते हुए बताया कि गायत्री दीक्षित को अंतरंग सभा लखनऊ की बैठक में तीन चौथाई बहुमत से प्रधान पद से हटाया जा चुका था। उनके द्वारा दिनांक 30 सितंबर 2020 को जिला सभा को भंग करने सम्बन्धी पत्र विधि शून्य होने के कारण निरस्त कर दिया।
जिला मंत्री ने बताया कि विधिरूप से चुनी हुई जिला सभा की कार्यकारिणी पूर्ववत: प्रभावी है। जिला सभा मंत्री रिपुदमन सिंह ने बताया कि अब षड्यंत्रकारियों का भंडाफोड़ हो चुका है। इनकी सच्चाई सबके सामने उजागर हो गई है। उन्होंने कहा कि इस तरह के कुचक्र कुछ लोग आर्य समाज से नियमों के विपरीत कार्य करने पर तुले हुए हैं। जितनी ऊर्जा वह स्वार्थ में लगा रहे हैं। वह इससे आधी भी समाज सुधार में लगाएं तो समाज से काफी बुराइयों को खात्मा हो सकता है।