- पुलिस प्रशासन के आलाधिकारी पहुंचे आमरण अनशन पर बैठे सरधना विधायक अतुल प्रधान से मिलने
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: सरधना विधायक अतुल प्रधान पर भले ही एफआईआर कर ली गयी हो, लेकिन इक तरफा कार्रवाई नहीं की जाएगी। पहले जांच की जाएगी। कलक्ट्रेट में धरना स्थल पर पुलिस प्रशासन के आलाधिकारियों के पहुंचने के बाद विधायक अतुल प्रधान ने आमरण अनशन स्थगित कर दिया। उन्होंने कहा कि स्थगित किया गया है समाप्त नहीं किया गया है।
वहीं दूसरी ओर आम आदमी पार्टी समेत कई दलों के नेता व सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता सपा विधायक को समर्थन देने के लिए कलक्ट्रेट पहुंचे। आप के जिलाध्यक्ष अंकुर चौधरी दिन भर विधायक के साथ धरना स्थल पर डटे रहे। खराब मौसम का धरना स्थल पर कोई असर नहीं पड़ा।
भारी संख्या में लोग कलक्ट्रेट में जुटे और न्यूटिमा के खिलाफ जांच की मांग को लेकर आमरण अनशन कर रहे सपा विधायक को समर्थन देने पहुंचे। वहीं, दूसरी ओर अतुल प्रधान ने जिले के तमाम अवैध नर्सिंग होम के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कलक्ट्रेट पर आमरण अनशन शुरू किया। इस दौरान उनके साथ आम आदमी पार्टी के नेता भी मौजूद रहे।
शुक्रवार सुबह सपा विधायक अतुल प्रधान और आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष अंकुश चौधरी सपा और आप के कई कार्यकर्ताओं के साथ कलेक्ट्रेट पर पहुंचे। जहां अतुल ने डीएम आॅफिस के बाहर धरना देते हुए कई समर्थकों के साथ आमरण अनशन शुरू कर दिया। अतुल प्रधान ने आरोप लगाया कि जिले भर में हजारों अवैध नर्सिंग होम खुले हुए हैं। जो इलाज के नाम पर मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ के साथ-साथ लूट-खसोट भी कर रहे हैं।
इनमें से अधिकांश नर्सिंग होम पर सत्ताधारी दल के नेताओं का हाथ है। जिसके चलते यदि कोई इन नर्सिंग होम का विरोध करता है तो उसके खिलाफ पुलिस उल्टी कार्रवाई करती है। भारतीय किसान यूनियन इंडिया के प्रवीण चौधरी भी समर्थन देने पहुंचे।
मंडलायुक्त को कराया अवगत
कलक्ट्रेट पर अनशन शुरू करने से पहले सपा विधायक मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे. से मिलने पहुंचे। अतुल प्रधान ने संवाददाता को बताया कि उन्होंने पूरे घटनाक्रम की जानकारी मंडलायुक्त को दी। साथ ही यह भी बताया कि किस प्रकार एक गरीब का महज डिलीवरी का बिल करीब पांच लाख का बना दिया। इसके खिलाफ जब उन्होंने आवाज बुलंद की तो मामले में दबाव बनाने और जांच से बचने के लिए फर्जी एफआईआर दर्ज करा दी गयी।
खामियों की लंबी फेहरिस्त
शुक्रवार को एडीएम सिटी ब्रिजेश कुमार सिंह के साथ वार्ता करने पहुंचे पुलिस प्रशासन के अन्य अधिकारियों को सपा विधायक ने न्यूटिमा के खिलाफ शिकायतों व अनियमिताओं का पूरा पुलिंदा थमा दिया। साथ ही यह भी कहा कि इनकी जांच करायी जानी चाहिए। जांच ही नहीं कार्रवाई भी की जानी चाहिए।
अतुल प्रधान ने कहा कि केवल न्यूटिमा ही नहीं शहर में जितने भी प्राइवेट नर्सिंगहोम लूट मचाए हैं उन सभी की जांच हो। उन्होंने जोर देकर कहा कि कुछ ही प्राइवेट नर्सिंगहोम ऐसे हैं जो गरीबों को लूट रहे हैं। ज्यादातर चिकित्सक ठीक काम भी कर रहे हैं।
सीओ सिविल लाइन ने माना विधायक पर हुआ फेक मुकदमा
सरधना विधायक अतुल प्रधान सहित कई लोगों पर न्यूटिमा नसिंग होम प्रकरण में मेडिकल थाने में दर्ज हुए मुकदमे के विरोध में सपा विधायक अपने समर्थकों सहित शुक्रवार दोपहर डीएम आॅफिस पर आमरण अनशने की चेतावनी देते हुए धरने पर बैठ गए। सपा विधायक ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाये। खाकी को जनता के साथ निष्पक्ष बने रहने की हिदायत दी। वहीं डाक्टरों द्वारा मरीजों के साथ की जा रही लूटमार पर कड़ा ऐतराज जताया।
मैं यह कतई बर्दाश्त नहीं करुंगा कि आम जनता के साथ डाक्टर इलाज के नाम पर लाखों की वसूली करे। विधायक ने कहा कि जिस तरह से डाक्टरों के आरोपों के अनुसार उन पर मेडिकल थाने पर मुकदमा दर्ज हुआ है। यह वाकई हैरत करने वाला है। धरने के दौरान सीओ सिविल लाइन अरविन्द चौरासिया ने खुद यह स्वीकार किया कि उनके सर्किल क्षेत्र के थाना मेडिकल की पुलिस ने एक फेक मुकदमा विधायक अतुल प्रधान पर दर्ज किया है। सीओ अरविन्द चौरासिया का यह बयान वाकई चौंकाने वाला है।